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'वरूण गांधी बहुत व्यस्त थे इसलिए नहीं किया यूपी में प्रचार'

वरूण गांधी के यूपी में प्रचार नहीं करने का मेनका गांधी ने किया बचाव, बोलीं वह काफी व्यस्त थे, इसलिए नहीं कर पाए प्रचार

By Ankur
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रचार अभियान से भाजपा के फायरब्रांड नेता वरुण गांधी पूरी तरह से नदारद रहे, लेकिन वरुण की मां और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी का कहना है कि वरुण गांधी काफी व्यस्त थे इस वजह से वह चुनाव प्रचार नहीं कर सके। उत्तर प्रदेश में आखिरी चरण के लिए मतदान 8 मार्च को होना है और इसके लिए प्रचार 6 मार्च को शाम पांच बजे खत्म हो चुका है।

varun gandhi

देशभर में बच्चों से मिल रहे हैं वरुण

देशभर में बच्चों से मिल रहे हैं वरुण

उत्तर प्रदेश में 30 दिनों तक चले प्रचार के दौरान भाजपा के तमाम नेताओं ने प्रचार अभियान में हिस्सा लिया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 रैलियां की तो अमित शाह ने ताबड़तोड़ रैलियों को संबोधित किया, ऐसे में पार्टी उम्मीद कर रही है कि वह प्रदेश में 15 साल बाद फिर से सत्ता में वापसी कर सकती है। वही मेनका गांधी कहना है कि वरुण गांधी देशभर में संस्थानों में बच्चों से मुलाकात कर रहे थे जिसके चलते वह बहुत व्यस्त थे।

पहली सूचि में नहीं था वरुण का नाम

पहली सूचि में नहीं था वरुण का नाम

सूत्रों की मानें तो सुल्तानपुर से भाजपा सांसद वरुण गांधी जिस तरह से हनी ट्रैप में कथित रुप से घिरे उसपर पार्टी ने उनका बचाव नहीं किया, इसी के चलते उन्होंने प्रचार अभियान से दूरी बनाई। वरुण गांधी का नाम भाजपा की पहली स्टार प्रचारकों की लिस्ट में भी नहीं था, लेकिन अगली सूचि में उनका नाम शामिल किया गया था। वरूण गांधी के समर्थकों का कहना है कि वरूण गांधी को प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर पार्टी को आगे करना चाहिए था लेकिन उन्हें पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया।

पहली लिस्ट में नहीं था वरुण का नाम

पहली लिस्ट में नहीं था वरुण का नाम

सूत्रों की मानें तो सुल्तानपुर से भाजपा सांसद वरुण गांधी जिस तरह से हनी ट्रैप में कथित रुप से घिरे उसपर पार्टी ने उनका बचाव नहीं किया, इसी के चलते उन्होंने प्रचार अभियान से दूरी बनाई। वरुण गांधी का नाम भाजपा की पहली स्टार प्रचारकों की लिस्ट में भी नहीं था, लेकिन अगली सूचि में उनका नाम शामिल किया गया था। वरूण गांधी के समर्थकों का कहना है कि वरूण गांधी को प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर पार्टी को आगे करना चाहिए था लेकिन उन्हें पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया।

2012 में निभाई थी सक्रिय भूमिका

2012 में निभाई थी सक्रिय भूमिका

मेनका गांधी से जब यह पूछा गया कि क्या वरुण गांधी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं घोषित किए जाने से पार्टी को नुकसान होगा तो उन्होंने कहा कि इसका जल्दी ही पता चलेगा। मेनका गांधी केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं और वह पीलीभीत से भाजपा सांसद है, उन्होंने भी प्रचार अभियान में तकरीबन कोई भूमिका नहीं निभाई है। उन्होंने का कि वह खुश हैं कि पीएम मोदी ने काफी सक्रिय भूमिका निभाई है, वह प्रदेश को गरीबी से बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाएंगे।

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English summary
Varun Gandhi was too busy so that he could not campaign in UP polls. Menaka Gandhi defended herself.
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