मेरठ में महिला के जनधन खाते में आए 99 करोड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लगाई मदद की गुहार
उत्तर प्रदेश के मेरठ में महिला के जनधन खाते में रातों-रात करोड़ों रुपए आ गए। इसके बाद उनका पूरा परिवार परेशान हो गया। परिवार ने इस मामले में मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है।
मेरठ। 8 नवंबर को नोटबंदी के फैसले के बाद किसके बैंक खाते में क्या आ जाए, किसी को कुछ पता नहीं होता। हालात ये हैं कि जिनके बैंक खातों में खुलने के बाद से कुछ हजार या पांच सौ रुपए थे, उनमें अचानक से करोड़ों रुपए आ जाते हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ का है, जहां जिले की ही एक फैक्ट्री में काम करने वाली शीतल के खाते में 99 करोड़ रुपए आ गए।
बैंक ने नहीं सुनी
शीतल ने इस संबंध में शिकायत बैंक से की है कि ये पैसै उसके नहीं हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। शीतल के पति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। जानकारी के मुताबिक शीतल का मासिक वेतन 5,000 रुपए है। 18 दिसंबर को अपने खाते में रकम की जांच करने वो एटीएम गई तो उसके होश फाख्ता हो गए। उसके एकाउंट स्लिप में 99 करोड़, 99 लाख, 99 हजार, 394 रुपये दर्ज थे।
मोदी को भेजा ई-मेल
इसके बाद दंपति ने जिले के ही शारदा रोड स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में शिकायत की लेकिन बैंक की ओर से उचित जवाब ना मिलने की वजह से उन्होंने पीएम मोदी को ई-मेल भेजा है, ताकि उनकी बात सुनी जा सके। उन्होंने एक दो नहीं बल्कि चार बैंकों के एटीएम से अपने खाते की स्लिप निकाली लेकिन सभी में वही एमाउंट शो कर रहा था।
2015 में खुलवाया था खाता
बता दें कि शीतल ने बीते साल 2015 में शारदा रोड स्थित SBI में जनधन खाता संख्या-35060278080 खुलवाया था। शीतल ट्रॉफी बनाने वाली एक फैक्ट्री में काम करती हैं। उसके पति जिलेदार सिंह परतापुर के गगोल में ट्रांसफार्मर बनाने वाली कनोहर इलेक्ट्रीकल्स में प्रोडक्शन एग्जीक्यूटिव हैं।
इससे पहले आ चुके हैं ऐसे मामले
इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें खाताधारकों ने जब अपने खाते की जांच की तो उसमें अनुपयुक्त रकम मिली। बीते नवंबर में प्रदेश के ही प्रतापगढ़ जिले के अजय कुमार पटेल के खाते में कुल 7,582 रुपए ही थे लेकिन वो रातों रात बढ़कर 62 लाख हो गए।