पंतजलि और उप्र परिवहन में नौकरी दिलाने के नाम लाखों की लूट, साइबर सेल ने पकड़ा
लखनऊ। राजधानी में लगातार साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। जालसाज इंटरनेट के माध्यम से लोगों को जालसाजी का शिकार बना रहे हैं, जिन पर राजधानी पुलिस ने नकेल कसना शुरू कर दिया है। इंटरनेट के माध्यम से लोगों को धोखा देकर फर्जी विज्ञापन निकालकर टप्पेबाजी करने वाले युवक को साइबर क्राइम सेल ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पकड़ा गया अपराधी बैम्बीरपुर थाना अतरौली जिला अलीगढ़ का निवासी है। इसका जाल दूसरे प्रदेशों में भी फैला हुआ है। अपराधी की पहचान दुर्गेश कुमार उर्फ कुणाल के रूप बताई गई है।
पूछताछ
में
कबूला
अपना
जुर्म
वहीं
साइबर
सेल
अधिकारी
ने
बताया
कि
पकड़े
गए
आरोपी
ने
पूछताछ
में
बताया
है
कि
वह
लोगों
को
शिकार
बनाने
के
लिए
समाचार
पत्रों
में
फर्जी
नियुक्तियों
का
विज्ञापन
देता
था
और
विज्ञापन
में
मोबाइल
नम्बर
देता
था,
जिससे
विज्ञापन
देखकर
नौकरी
के
लिए
दिए
गए
मोबाइल
नम्बर
पर
बेरोजगार
लोग
कॉल
करते
थे।
इसके
बाद
उन्हें
ऑनलाइन
पंजीकरण
कराने
के
लिए
कहा
जाता
था,
जिसकी
फीस
500
रुपये
थी।
जिसके
बाद
से
वह
लोगों
को
ठगने
का
काम
शुरू
कर
देता
था।
साथ
ही
बताया
कि
ऑनलाइन
पंजीकरण
के
बाद
लोग
उसके
झांसे
में
फसते
चले
जाते
थे।
उसके
बाद
वह
लोगों
को
फर्जी
नियुक्ति-पत्र
जारी
करता
था
और
लोगों
से
सिक्योरिटी
मनी
के
रूप
में
10
हजार
रुपये
जमा
कर
लेता
था।
हजारों
लोगों
से
लाखों
रुपयों
की
कर
चुका
है
ठगी
साइबर
सेल
अधिकारी
अभय
मिश्रा
के
अनुसार,
पकड़े
गए
आरोपियों
ने
पूछताछ
में
बताया
है
कि
वह
पतंजलि
आयुर्वेद,
लखनऊ
सिटी
ट्रांसपोर्ट
सर्विसेस
लिमिटेड
जैसी
कंपनियों
के
नाम
पर
हजारों
लोगों
के
साथ
लाखों
रुपयों
की
ठगी
कर
चुका
है।
उसने
लखनऊ
के
साथ-साथ
गोरखपुर,
वाराणसी,
इलाहाबाद
मंडलों
के
लोगों
को
अपना
शिकार
बनाया
है।
पकड़े
गए
आरोपी
के
पास
से
तीन
मोबाइल
फोन,
एक
लैपटॉप,
जिसमें
भारी
मात्रा
में
फर्जी
नियुक्ति
की
साफ्ट
कॉपी,
फर्जी
नियुक्ति-पत्र
हार्डकॉपी,
फर्जी
ट्रेनिंग
लेटर,
एडमिट
कार्ड,
पम्पलेट
साथ
ही
पीले
लिफाफे
भी
बरामद
हुए
हैं।