यूपी के 75 जिलों के एक लाख कैदी गाएंगे अटल बिहारी वाजपेयी की कविताएं
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि प्रदेश की सभी जेलों में बंद कैदी अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा लिखी गई कविता का पाठ करेंगे। यह फैसला ऐसे समय में सामने आया है जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को प्रदेश के 75 जिलों की 163 पवित्र नदियों में प्रवाहित करने का ऐलान किया था।
प्रेरणा का स्रोत
उत्तर प्रदेश के कारागार मंत्री जय कुमार जैकी ने कहा कि वाजपेयी जी की कविताएं लोगों के लिए प्रेरणा का काम करती हैं, खासकर कि उन लोगों के लिए जो जीवन में मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं, ऐसे में जेल में कैदियों के लिए यह कविताएं काफी मददगार साबित हो सकती हैं। आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश की जेलों में तकरीबन एक लाख कैदी बंद हैं। प्रदेश के 75 जिलों में बंद इन कैदियों को वाजपेयी की कविताएं पढ़ने का निर्देश जिला प्रशासन देगा।
बनेगा मेमोरियल
जय कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार अटल बिहारी वाजपेयी का मेमोरियल किसी एक जेल में बनवाना चाहती है, लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि अटल बिहारी वाजपेयी को 1973 में आपातकाल के दौरान उत्तराखंड की जेल में बंद किया गया था। जेल मैन्युअल के अनुसार मेमोरियल सिर्फ उसी का बनाया जा सकता है जो उस जेल में रह चुका हो। वाजपेयी 1973 में कांग्रेस के खिलाफ आपात काल के दौरान आंदोलन के समय जेल गए थे।
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इन जिलों में है योजना
यही नहीं प्रदेश सरकार अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में उनका मेमोरियल बनाना चाहती है। सरकार अटल बिहारी वाजपेयी के पैतृक गांव आगरा के बदेश्वार में उनका मेमोरियल बनाने की योजना बना रही है, साथ ही लखनऊ, कानपुर और बलरामपुर में भी अटल बिहारी वाजपेयी का मेमोरियल बनाया जाएगा।
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