'मुझपर हमला होता रहा और अखिलेश चुपचाप देखते रहे'
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना, बोले उनके नेता मुझेपर हमला करते रहे और वह देखते रहे
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा के सत्र के पहले दिन जिस तरह से तमाम विपक्ष के नेताओं ने जमकर हंगामा किया उसपर खुद राज्यपाल राम नाईक ने नाराजगी जाहिर की है। राज्यपाल राम नाईक ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उनके विधायक मुझपर हमला कर रहे थे लेकिन वह खुद चुपचाप यह सब देखते रहे। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की मौजूदगी में यह सब हो रहा था लेकिन वह मूक दर्शक बने रहे।
राम नाईक ने कहा कि मैं इस बात के लिए विपक्ष के नेता अखिलेश यादव को समझाता रहा कि आप शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज कराईए, लेकिन आपने देखा कि सदन में क्या हुआ। नाईक ने कहा कि अगर आप संसद की कार्रवाई को देखें तो सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष भी कभी राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान प्रदर्शन नहीं करता है। मैं चाहता था कि लोग राज्यपाल की बात को शांतिपूर्ण तरीके से सुने, मुझे यह देखकर दुख हो रहा था कि मेरी सुरक्षा में लगे मार्शल और सुरक्षा स्टाफ इन पेपर के गोलों को मुझतक आने से बचा रहे थे।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा जिस वक्त अखिलेश यादव की पार्टी के विधायक मुझपर हमला कर रहे थे और पेपर के गोले फेंक रहे थे, अखिलेश यह सब शांत खड़े देख रहे थे, जो दर्शाता है कि वह क्या सोच रखते हैं। संसद में अपनी पार्टी के नेताओं को पार्टी का मुखिया रोकता है, लेकिन अखिलेश यादव अपने हमलावर विधायकों का समर्थन कर रहे थे और सदन में मूक दर्शक बने रहे।
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इस
घटना
के
बाद
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
ने
राज्यपाल
को
विशेष
सुरक्षा
मुहैया
कराई
,
जिसपर
नाईक
ने
कहा
कि
राष्ट्रपति
की
संस्तुति
को
मौजूदा
मुख्यमंत्री
ने
स्वीकार
किया
इसकी
मुझे
खुशी
है।
पिछली
सरकार
ने
राष्ट्रपति
की
सिफारिश
को
मानने
से
इनकार
कर
दिया
था।