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रेडियो टैक्सी की तरह काम करेंगी एंबुलेंस, योगी सरकार ने बनवाया 'पायलट मोबाइल एप'

इस ऐप्लिकेशन का नाम 'पायलट मोबाइल ऐप्लिकेशन' होगा। जिसे प्रत्येक एंबुलेंस चालक के मोबाइल पर इंस्टॉल किया जाएगा। ऐप्लिकेशन ठीक जीपीएस सिस्टम की तरह ही काम करेगा और लखनऊ में अधिकारी इसे देखेंगे।

By Gaurav Dwivedi
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इलाहाबाद। योगी सरकार यूपी की स्वास्थ्य सेवा में एक बड़ा आमूलचूल परिवर्तन करने जा रही है। डिजिटल इंडिया की थीम पर सरकार एंबुलेंस को रेडियो टैक्सी की तरह संचालित करेगी। इसके लिए तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। जो मोबाइल ऐप्लिकेशन के रूप में नजर आएगा। दरअसल योगी सरकार ने एक मोबाइल ऐप्लिकेशन तैयार कराया है। जिसमें जीपीएस की आधुनिक गुणवत्ता प्रदान करने की क्षमता होगी। यानी की एंबुलेंस में अलग से महंगे जीपीएस उपकरण और खर्च को बचाकर सरकार मोबाइल ऐप्लिकेशन के माध्यम से इसे रेडियो टैक्सी की तरह डिजिटल बना देगी।

UP Government will launch Pilot Mobile App for Ambulance

कैसे करेगी काम?

इस ऐप्लिकेशन का नाम 'पॉयलट मोबाइल ऐप्लिकेशन' होगा। जिसे प्रत्येक एंबुलेंस चालक के मोबाइल पर इंस्टॉल किया जाएगा। ऐप्लिकेशन ठीक जीपीएस सिस्टम की तरह ही काम करेगा। यानी लखनऊ कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी इस ऐप्लिकेशन से एंबुलेंस की पल-पल की जानकारी रखेंगे। इस ऐप्लिकेशन से ये पता चलेगा कि कौन सी एंबुलेंस किस स्थान पर है।यानी किसी भी इलाके में खड़ी एंबुलेंस की लोकेशन लोकेट होगी। साथ ही ये भी पता चलेगा कि एंबुलेंस कब खड़ी हुई, कब चली, क्या स्पीड है, कौन से रास्ते पर जा रही है। इतना ही नहीं निर्देश मिलने के बाद एंबुलेंस कैसे और किस रास्ते से मरीज तक पहुंची, ये भी नजर आएगा। जिस तरह शहरों में ओला या उबर का इस्तेमाल किया जाता है। तो उसकी पूरी जानकारी संबंधित ऐप्लिकेशन पर दिखती है। ठीक वैसे ही एंबुलेंस का भी हर पल का लोकेशन दिखेगा।

UP Government will launch Pilot Mobile App for Ambulance

क्यों पड़ी आवश्यकता?

इस तकनीक का इस्तेमाल एक तो डिजिटल मुहिम की ओर बड़ा कदम है। वहीं दूसरी तरफ एंबुलेंस सेवा में इससे लापरवाही पर रोक लगेगी। अभी तक 108 और 102 एंबुलेंस चालक सूचना के बाद भी समय से नहीं पहुंचते और देरी या ना पहुंचने के ढेरों बहाने बना देते हैं। अक्सर ड्यूटी में लापरवाही कर गाड़ी कहीं किनारे लगा दी जाती है। ऐसे में गुणा गणित का क्रम रुकेगा और जनता को लाभ मिल सकेगा। इस बारे में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पंकज पांड़ेय ने बताया कि सबसे पहले ये योजना 102 एंबुलेंस में लागू होगी। फिर इसे 108 में लागू किया जाएगा।

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English summary
UP Government will launch Pilot Mobile App for Ambulance
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