UP: सबसे पहले कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों ने साझा किया अपने-अपने अनुभव, कहा- पहले लगा था थोड़ा डर और फिर...
coronavirus vaccine, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अंदर सबसे पहले कोरोना वायरस वैक्सीन लगवाने वालों ने मीडिया के साथ अपने अनुभव साझा किए है। कोरोना वैक्सीन लगवाने से पहले उनके मन उथल पुथल चल रही थी कहीं किसी के मन में थोड़ा डर था। आइए जानते है किसने क्या कहा....
अरुण कुमार श्रीवास्तव, प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रहते है। शनिवार को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अरुण कुमार श्रीवास्तव को सबसे पहले कोरोना वैक्सीन का टीका लगा। अरुण की उम्र 51 साल है और वो लोहिया अस्पताल में अकाउंट ऑफिसर हैं। अरुण ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब उनकी पत्नी को इस बारे में जानकारी मिली तो वो थोड़ी चिंतित नजर आईं। लेकिन उन्हें समझाया कि मैं देश के मेडिकल सिस्टपर पर भरोसा करता हूं। टीका लगने के बाद अरुण कुमार श्रीवास्तव को आधे घंटे तक निरीक्षण कक्ष में बैठाया गया। फिलहाल वो पूरी तरह स्वस्थ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो कोरोना वैक्सीन लेते हुए एक पल के लिए भी नर्वस नहीं थे।
तो वहीं, दूसरी हेल्थ वर्कर्स संगीता देवी है। जो कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में रसोईया का काम करती है। वैक्सीन लगवाने के बाद संगीता ने अपना अनुभव साझा किया। संगीता ने बताया कि कुछ दिन पहले तक मन में डर था। स्टाफ और मोहल्ले के लोग वैक्सीन को लेकर कई तरह की बातें कर रहें थे। मन में उलझन सी हुई तो अंबेडकर नगर निवासी पिता घिरऊ राम को फोन किया। उनको सारी बात बताई, जिस पर उन्होंने हिम्मत बढ़ा दी। सुबह साढ़े नौ बजे वह पहुंच गईं थी।
संगीता ने बताया कि टीकाकरण के बाद आधे घंटे तक रेस्ट रूम में रोका गया। वहां पर भी मेडिकल स्टाफ आकर जानकारी लेता रहा, अब टीका लग गया है। मन में सभी तरह के डर दूर हो गए हैं। पति वीरेंद्र कुमार और बच्चों ने भी हौसला बढ़ाया था। 14 फरवरी को फिर से टीका लगवाएंगे। कोरोना वायरस की बीमारी केवल टीके लगवाने से दूर होगी। किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती है।