एसपी से गठबंधन को लेकर शिवपाल यादव ने किया बड़ा ऐलान, कहा- 'नहीं होगा विलय, लेकिन...'
एसपी से गठबंधन को लेकर शिवपाल यादव ने किया बड़ा ऐलान, कहा- 'नहीं होगा विलय, लेकिन...'
कानपुर, 19 अक्टूबर: 2022 में उत्तर प्रदेश के अंदर विधानसभा चुनाव होने है। चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए है। चुनावों से पहले राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का समाजवादी पार्टी में विलय हो सकता है। हालांकि, ऐसी चर्चाओं पर सोमवार (18 अक्टूबर) को कालपी पहुंचे शिवपाल सिंह यादव ने विराम लगा दिया है। शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि सपा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का आपस में विलय नहीं होगा। लेकिन गठबंधन हो सकता है।
बता दें, शिवपाल सिंह यादव की सामाजिक परिवर्तन यात्रा सोमवार को जालौन के कालपी पहुंची। इस दौरान शिवपाल सिंह यादव ने कहा,
सपा उनकी प्राथमिकता में है लेकिन पार्टी का विलय नहीं होगा, लेकिन गठबंधन हो सकता है। उन्होंने दावा किया नेताजी उनके साथ हैं और पूरी तरह से उनका आशीर्वाद उन्हें प्राप्त है। इस दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी सेक्युलर दलों से गठबंधन करेगी।
प्रसपा की परिवर्तन यात्रा पुखरायां से शुरू होनी थी, लेकिन विपरीत मौसम के चलते यात्रा अहरौली शेख से जालौन के लिए रवाना हुई। इसके पहले अहरौली शेख बाईपास स्थिति एक गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में प्रसपा अध्यक्ष ने कहा कि परिवर्तन यात्रा का उद्देश्य सत्ता का परिवर्तन है। मौजूदा समय में प्रदेश की जनता मंहगाई, भ्रष्टाचार व बेरोजगारी से परेशान है। खाद व बीज के दाम बढ़ गए हैं। निजीकरण के नाम पर रेल, टेलीफोन, एयरपोर्ट सब पूंजीपतियों को सौंपे जा रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि इससे पूंजीपतियों की आय 40 गुना बढ़ गयी है, जबकि आम लोग महंगाई से परेशान हैं। शिवपाल यादव ने कहा कि किसानों पर काला कानून थोपा गया है। प्रसपा की सरकार बनने पर वह 300 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। उन्होंने कहा कि 2022 में सरकार बनाने की चाबी उनके पास है, वह सेक्युलर दलों से समझौता कर रहे हैं। जालौन होते हुए देर शाम यात्रा झांसी पहुंची, यहां रात्रि विश्राम के बाद मंगलवार को यात्रा आगे बढ़ेगी।
भाजपा पर तंज कसते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि इस सरकार में महंगाई चरम पर है। युवा बेरोजगार है। पेट्रोल डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। किसानों को धोखा मिला, बेरोजगारी से नौजवान परेशान हैं। जनसामान्य उत्पीड़न का शिकार है। लोग भाजपा से मुक्ति चाहते हैं।