UP BOARD की परीक्षाएं खत्म, 11.28 लाख छात्रों ने छोड़ी परीक्षा
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इलाहाबाद। 26 दिन पहले शुरू हुई यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर परीक्षा 2018 आखिरकार औपचारिक तौर पर खत्म हो गई। इस बार बोर्ड परीक्षा ऐतिहासिक रही साथ ही इस बार छात्रों ने भारी संख्या में परीक्षा भी छोड़ दी। हालांकि पेपर लीक, केन्द्र पर गलत पेपर खोलना, कई जिले के पेपर बदलने, केन्द्र व्यवस्थापक व प्रधानाचार्य पर कार्रवाई आदि भी इसका हिस्सा रहा। साथ ही कई जगह चैकिंग के नाम पर परीक्षा केन्द्रों पर कपड़े उतरवाने जैसे विवादास्पद मामले भी सामने आए।
बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि 1127815 परीक्षार्थियों के परीक्षा छोड़ने की पुष्टि हो चुकी है। अभी कुछ केंद्रों से परीक्षा छोड़ने वाले छात्र छात्राओं का ब्यौरा अपडेट नहीं किया गया है इससे यह संख्या और बढ़ सकती है। यूपी बोर्ड केन्द्र इतिहास में परीक्षा छोडने वालों का सबसे बडा रिकार्ड है। बता दें कि बोर्ड परीक्षा शुरू होने से ठीक पहले हाईस्कूल और इंटर के लगभग 80000 से अधिक विद्यार्थियों को परीक्षा से बाहर कर दिया गया था। यह फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराकर परीक्षा देने के जुगाड़ में थे।
एक
महीने
से
भी
कम
समय
इस
बार
हाईस्कूल
और
इंटर
की
परीक्षाएं
6
फरवरी
से
शुरू
हुई
थी।
हाईस्कूल
की
परीक्षा
22
फरवरी
को
ही
समाप्त
हो
गई
थी
और
यह
एक
रिकॉर्ड
समय
था
कि
14
दिन
के
अंदर
ही
हाईस्कूल
की
परीक्षा
संपन्न
करा
दी
गई।
जबकि
इंटरमीडिएट
की
परीक्षा
सोमवार
को
खत्म
हुई
है।
बोर्ड
के
द्वारा
दी
गई
जानकारी
के
अनुसार
इंटरमीडिएट
की
आखिरी
परीक्षा
औद्योगिक
संगठन
द्वितीय
प्रश्न
पत्र
की
थी
जिसमें
प्रदेश
भर
में
कोई
नकलची
नहीं
पकड़ा
गया।
कुल
मिलाकर
26
दिन
तक
चली
इंटर
की
परीक्षा
अब
संपन्न
हो
गई
है।
मूल्यांकन
होगा
शुरू
अब
उत्तर
पुस्तिकाओं
के
मूल्यांकन
के
लिए
केंद्रों
में
भेजने
का
कार्य
शुरू
कर
दिया
गया
है।
सचिव
नीना
श्रीवास्तव
ने
बताया
कि
अप्रैल
के
पहले
सप्ताह
तक
कापियों
का
मूल्यांकन
हर
हाल
में
कर
लिया
जाएगा।
प्रदेश
भर
में
247
मूल्यांकन
केंद्र
बनाए
गए
हैं
और
1
लाख
45
हजार
शिक्षक
उत्तर
पुस्तिकाएं
जांचेंगे।
17
मार्च
से
एक
साथ
प्रदेश
भर
में
मूल्यांकन
शुरू
होगा।