UP: जारी हुआ यूपी बोर्ड के 10वीं-12वीं नतीजों का फार्मूला, जानिए किस आधार पर छात्रों को मिलेंगे अंक
लखनऊ, 20 जून। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के देशभर में अपना भयानक प्रकोप ढाया। कोविड से सुरक्षा के मद्देनजर केंद्र सरकार ने सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी थीं। सीबीएसई के बाद योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का ऐलान किया था, इसी क्रम में रविवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्म ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने बताया कि कोविड काल में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को किस आधार पर नंबर दिए जाएंगे।
आपको बता दें कि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा रद्द होने के बाद छात्रों को दिए जाने वाले नंबर का फार्मूला तय हो गया है। उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्म ने बताया कि हाईस्कूल का नतीजा 50-50 व इंटर का 50-40-10 के फॉर्मूले के आधार पर आएगा। डॉ. दिनेश शर्म ने कहा, 'इंटरमीडिएट के नतीजों के लिए जो फार्मूला तय किया गया है, वो ये है कि छात्रों के हाईस्कूल में आए कुल अंक का 50 फीसदी और कक्षा 11वीं के अर्धवार्षिक परीक्षा के अंक का 40 प्रतिशत और 12वीं क्लास के प्रीबोर्ड परीक्षा के 10 प्रतिशत अंक को 12वीं के फाइनल रिजल्ट में शामिल किया जाएगा। इसे में प्रेक्टिकल के नंबर भी जोड़े जाएंगे।'
#WATCH | Deputy CM Dinesh Sharma announce formula for calculation of marks for Class 10th & Class 12th exams of the state board
"No merit will be announced this year as exam has not been held. If any student is not satisfied, he/she can appear in exam when it happens," he says pic.twitter.com/nyt60bhmVW
— ANI UP (@ANINewsUP) June 20, 2021
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उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्म हाईस्कूल के नतीजों का फार्मूला जारी करते हुए बताया, '10वीं नतीजों के लिए कक्षा 9 की परीक्षा में मिले कुल अंक का 50 प्रतिशत और 10वीं प्रीबोर्ड में मिले अंक का 50 फीसदी जोड़कर हाईस्कूल का फाइनल रिजल्ट तैयार किया जाएगा। इसी में आंतरिक्ष परीक्षाओं के नंबर का औसत निकाल के जोड़ा जाएगा। कुल 29 श्रेणियों के लिए अलग-अलग फार्मूला तैयार किया गया है।' उन्होंने आगे कहा कि इस साल कोई मेरिट घोषित नहीं की जाएगी क्योंकि परीक्षा आयोजित नहीं हुई है। यदि कोई छात्र संतुष्ट नहीं है, तो जब परीक्षाएं होंगी तो वह एग्जाम में शामिल हो सकता है।