जल्द ही यूपी की जेलों में नियुक्त किए जाएंगे 3638 पुलिसवाले
इलाहाबाद। पुलिस डिपार्टमेंट में लगातार हो रही भर्तियों का क्रम जारी है और अब उसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की जेलों में बंदी रक्षकों के पद पर भर्ती शुरू होगी। प्रदेश की जेलों में बंदी रक्षकों की कमी पूरी करने के लिए योगी सरकार जल्द ही साढ़े 3 हजार से अधिक पदों पर भर्ती विज्ञापन निकालने वाली है। गौरतलब है कि जेल विभाग ने जेलों में बंदी रक्षकों की कमी को लेकर जो रिपोर्ट तैयार की थी, उसे उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड को भेज दिया है। कुल 3638 पदों की रिक्तियां के सापेक्ष रिपोर्ट दी गई है और अभिलंब इस भर्ती को पूरी कराए जाने की अनुशंसा की गई है।
बोर्ड
से
मिली
मंजूरी
पुलिस
भर्ती
बोर्ड
ने
भी
जेलों
में
बंदी
रक्षकों
की
भारी
कमी
को
देखते
हुए
भर्ती
को
हरी
झंडी
दे
दी
है
और
सरकार
से
प्रस्ताव
को
मंजूरी
देने
के
लिए
पत्र
लिखा
है।
फिलहाल
जेलों
में
लगातार
बढ़ते
कैदियों
के
दबाव
में
बंदी
रक्षकों
के
खाली
पद
को
भरने
के
लिए
सरकार
तेजी
दिखाएगी।
चूंकि
आम
चुनाव
2019
में
होने
हैं
ऐसे
में
यूपी
सरकार
इस
वैकेंसी
को
शुरू
कर
अपनी
उपलब्धि
की
सूची
में
एक
नाम
और
बढ़ाना
चाहेगी।
8
महीने
में
पूरी
होगी
भर्ती
इस
बाबत
एडीजी
जेल
चंद्र
प्रकाश
की
ओर
से
जारी
बयान
में
कहा
गया
है
कि
बंदी
रक्षकों
की
भर्ती
अधिकतम
8
माह
के
समयान्तरलाल
में
पूरी
की
जायेगी।
इस
भर्ती
में
बंदी
रक्षक
पुरुषों
के
लिए
3012
पद
हैं।
जबकि
626
पद
महिलाओं
के
लिए
आरक्षित
किए
गए
हैं।
भर्ती
प्रक्रिया
को
दिसंबर
तक
पूरा
किया
जाना
है,
लेकिन
इस
महीने
में
भर्ती
विज्ञापन
न
निकलने
के
कारण
2019
के
फरवरी
माह
तक
इस
भर्ती
को
पूरा
किया
जाएगा।
उन्होंने
बताया
कि
बंदी
रक्षकों
की
कमी
के
चलते
जेल
में
काफी
दबाव
है
और
यह
भर्ती
आवश्यक
है।
इसके
लिए
यूपी
पुलिस
एवं
प्रोन्नति
बोर्ड
को
प्रस्ताव
भेजा
गया
था,
जिसे
मंजूरी
दे
दी
गई
है।
अब
सरकार
की
ओर
से
आदेश
जारी
होते
ही
इन
पदों
पर
भर्ती
शुरू
की
जाएगी।
चल
रही
है
भर्तियां
बता
दें
कि
उत्तर
प्रदेश
में
इस
समय
पुलिस
भर्ती
का
ही
दौर
चल
रहा
है।
अखिलेश
सरकार
की
मेरिट
के
आधार
पर
शुरू
की
गई
भर्ती
में
चयनितों
के
मेडिकल
का
क्रम
चल
रहा
है।
जबकि
योगी
सरकार
की
मौजूदा
पुलिस
भर्ती
में
आज
लिखित
परीक्षा
आयोजित
की
गई
है।
वहीं,
यूपी
दरोगा
भर्ती
2016
की
प्रक्रिया
भी
आगे
बढ़
रही
है।
उसी
दिशा
में
बंदी
रक्षक
वैकेंसी
का
भी
विज्ञापन
जारी
किया
जाना
है।