मेनका गांधी के नाम से दो फर्जी पत्र पशु तस्करों के पास बरामद, गिरफ्तार
नई दिल्ली। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी और उनके स्पेशल ड्युटी ऑफिसर के फर्जी हस्ताक्षर का पत्र लिए दो पशु तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से जो पत्र पाया गया है उसमे मेनका गांधी और उनके स्पेशल ड्युटी अधिकारी के हस्ताक्षर हैं। इन दोनों को यूपी के बरेली शहर से नवाबगंज इलाके से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस की एफआईआर के अनुसार यह शिकायत विश्व हिंदू परिषद की जानकारी के आधार पर दर्ज की गई है।
मुख्य आरोपी फरार
विहिप कार्यकर्ताओं की जानकारी के आधार पर मोहनलाल और जमील खान नको पुलिस ने सोमवार को पीलीभीत-बरेली रोड से सुबह 10 बजे गिरफ्तार किया है। इन दोनों के पास केंद्रीय मंत्री के दो फर्जी पत्र थे, जिसमे इन दोनों को वैन में पशुओं का मांस ले जाने की इजाजत दी गई है। इस दौरान इन दोनो तस्करों का सहयोगी इंतेजार फरार हो गया, पुलिस को इन लोगों के पास कुछ फर्जी पत्र, दो स्थानीय पुलिस स्टेशन की मुहर भी मिली है।
ओएसडी के भी हस्ताक्षर हैं
बरेली के एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने कहा कि जो दो पत्र मिले हैं हमे, उसमे मेनका गांधी के फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। जबकि मेनका गांदी के ओएसडी का भी इसमे हस्ताक्षर है। जिसमे कहा गया है कि स्थानीय प्रशासन इन लोगों को पशुओं की तस्करी में मदद करे। पत्र में लिखा गगया है कि मोहनलाल पीपल फॉर एनिमल का सदस्य है और वह पशुओं के हित में काम करते हैं। इसमे मेनका गांधी के ओएसडी आनंद लाल के भी हस्ताक्षर हैं।
मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी जल्द
एसएसपी ने कहा कि इन दोनों पत्र में मेनका गांधी और उनके ओएसडी के हस्ताक्षर सही है, लेकिन इसके भीतर लिखा गया मामला फर्जी है। यह पत्र फोटोकॉपी के जरिए फर्जी तरीके से तैयार किया गया है। जांच में इस बात का पता चलेगा कि इन लोगों ने कैसे इस घटना को अंजाम दिया है। पीएफए सदस्य साधार तौर पर इस तरह के पत्र अपने पास नहीं रखते हैं, मुमकिन है कि आरोपियों को यह फर्जी पत्र कहीं से मिल गया हो। इस मामले में मुख्य आरोपी इंतेजार फरार हो गया, जिसने इस कागज को तैयार किया था, हम जल्द ही उसकी गिरफ्तारी करेंगे।
एफआईआर दर्ज
इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, साथ ही आईपीसी की धारा 467, 471 व पशु क्रुएलिटि एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि मेनका गांधी पीलीभीत से भाजपा सांसद हैं और मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं। यहां से उनके प्रतिनिधि एमआर मलिक का कहना है कि मैं इस तरह की किसी भी घटना के बारे में नहीं जानता हूं क्योंकि बरेली पुलिस ने अभी तक हमे इसकी जानकारी नहीं दी है, मुमकिन है कि पुलिस ने मेनका गांधी से संपर्क किया हो।
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