राम मंदिर गर्भगृह को 2023 तक पूरा करने में जुटा ट्रस्ट, जानिए क्या है इसका 2024 चुनाव से कनेक्शन
लखनऊ, 17 अगस्त: उत्तर प्रदेश में अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने नई डेडलाइन तय की है। सूत्रों की माने तो ट्रस्ट की कोशिश है कि इस मंदिर निर्माण का अधिकांश काम आम चुनाव से पहले पूरा कर लिया जाए ताकि 2024 में होने वाले आम चुनाव में केंद्र की बीजेपी सरकार को इसका लाभ मिल सके। इसीलिए ट्रस्ट ने अब नई डेडलाइन तय की है और इसके तहत की काम पूरा करने के लिए इस माह के अंत में या सितम्बर के पहले सप्ताह में ट्रस्ट की एक बड़ी बैठक होगी जिसमें इस बात पर मंथन किया जाएगा कि निर्माण कार्य को और कैसे तेज किया जाए।
आम चुनाव से पहले काम पूरा करने की कोशिश
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मंदिर के गर्भगृह को खोलने के लिए नई दिसंबर 2023 की समय सीमा को पूरा करना चाहता है। इसके लिए ट्रस्ट अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य ढांचे के निर्माण कार्य में तेजी लाना चाहता है। अयोध्या के एक प्रमुख संत ने कहा कि यहां तक कि केंद्र और राज्य सरकार भी चाहती है कि राम मंदिर दिसंबर 2023 तक बन जाए क्योंकि अगला आम चुनाव 2024 की शुरुआत में होने वाला है।
अब तक 40 फीसदी काम हुआ पूरा
उन्होंने कहा, "इस चुनाव में, बीजेपी अयोध्या में राम मंदिर के पूरा होने को अपनी प्रमुख उपलब्धि और अपने मुख्य चुनावी वादे की पूर्ति के रूप में प्रदर्शित करेगी।" ट्रस्ट के अनुसार, मंदिर का लगभग 40% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और मानसून के बाद स्तंभ बिछाने से संबंधित कार्य में तेजी लाई जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1 जून को वैदिक मंत्रों के बीच गर्भ गृह का शिलान्यास किया था। लेकिन शेष अयोध्या में विशाल राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण को समय से पूरा होने के लिए काम में तेजी लाए जाने की जरूरत है।
अगस्त के अंत या सितंबर के पहले सप्ताह में होगी बैठक
इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि इस महीने के अंत तक या सितंबर के पहले सप्ताह में प्रस्तावित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और राम मंदिर निर्माण समिति की अगली संयुक्त बैठक में इस मुद्दे को उठाया जाएगा। राम मंदिर के भूतल पर 166, प्रथम तल पर 144 और दूसरी मंजिल पर 82 स्तंभ लगाए जाएंगे। ट्रस्ट ने इसके निर्माण कार्य को लेकर और तेजी लाए जाने की कवायद चल रही है।
2023 में गर्भगृह को श्रद्धालुओं के लिए खोलने की कवायद
ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया कि मंदिर निर्माण समिति और ट्रस्ट की अगली संयुक्त बैठक में काम में तेजी लाने पर जोर दिया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा करेंगे। ट्रस्ट के एक सदस्य के मुताबिक अगर राम मंदिर के गर्भगृह को पूरा करने और श्रद्धालुओं के लिए खोलने की दिसंबर 2023 की समय सीमा पूरी करनी है तो मंदिर के मुख्य ढांचे के निर्माण कार्य में तेजी लानी होगी।
गर्भगृह के तल से 161 फीट ऊंचा होगा शिखर
गर्भगृह के तल से शिखर तक मंदिर 161 फीट ऊंचा होगा। ट्रस्ट राजस्थान के सिरोही जिले के पिंडवाड़ा गांव में राम मंदिर के लिए पत्थरों को तराशने के लिए तीन कार्यशालाओं का संचालन कर रहा है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार, राजस्थान के नागौर जिले में मकराना तहसील के सफेद मकराना संगमरमर के पत्थरों का उपयोग मंदिर के गर्भगृह के निर्माण में किया जाएगा। लार्सन एंड टुब्रो मंदिर का निर्माण कार्य कर रही है, जबकि टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स परियोजना के प्रबंधन सलाहकार हैं।