बेटियों को बचाने के लिए किन्नरों ने की अनोखी पहल, समाज को दिखाया आईना
Farrukhabad news, फर्रुखाबाद। किन्नरों का हमारे देश में एक अलग स्थान है। विवाह समारोह में और बच्चों के जन्म पर इनका आना और खुशी से नृत्य कर दुआएं देना शुभ माना जाता है। फर्रुखाबाद के किन्नरों ने अनोखी पहल शुरू की है। लोग पैदा होने से पहले ही बेटियों को गर्भ में ही मार देते हैं। वह इस प्रकार का कृत्य विल्कुल न करें यदि उनकी बेटी पालने की क्षमता नहीं है तो वह हमारे किन्नर समाज को दान में दे दें। हमारा समाज उन नन्हीं बेटियों का पालन पोषण के साथ उसकी पढ़ाई लिखाई भी करेगा। फतेहगढ़ क्षेत्र की रहने वाली रेशमा किन्नर ने यह कहते हुए एक नई पहल की शुरुआत की है।
बहन की बेटी की शादी में पहुंचे किन्नर
पांचालघाट क्षेत्र के मोहल्ला विकास नगर निवासी विनोद चौहान की पत्नी रानी को किन्नर रेश्मा ने अपनी बहन बनाया है। रानी की बड़ी बेटी पुष्पांजलि का विवाह हो रहा है। उसी के चलते रेश्मा ने अपने साथी किन्नरों के साथ गुरु को बुलाया उसके बाद बहन के पूरे परिवार को भात पहनाने के साथ नजर भेंट की है। इस मौके पर दर्जनों महिलाएं मौजूद रहीं।
'लड़कियों की न करें हत्याएं'
रेशमा किन्नर ने बताया कि हम लोग समाज के एक अंग हैं, समाज को यह संदेश देना चाहते हैं कि जो लोग भ्रूण हत्याएं कर रहे हैं वह लोग कन्याओं को फेंके नहीं मुझे दे दें। मैं उनको पढ़ा लिखाकर काबिल बना दूंगी। जिस वर्ग की बेटी होगी अच्छा परिवार देखकर उसका विवाह भी करूंगी। बेटी और बेटा में अंतर नहीं समझना चाहिए उसी के चलते आज मेरी बहन की बेटी के विवाह के मौके पर भात पहनाया है।
लड़की को भात पहनाने पहुंचे किन्नर
वहीं विनोद चौहान ने बताया कि किन्नरों द्वारा दिये गए सम्मान से हमारा परिवार बहुत ही खुश है। इन्हीं की पत्नी रानी ने कहा कि किन्नरों को अपने परिवार से अलग नहीं मानना चाहिए उनसे दिल मिलाकर देखो वह हर घड़ी में समाज के साथ खड़े दिखाई देंगे।