यूपी: पीएम मोदी के सपनों को प्रधान ने लगाया पलीता, देखिए वीडियो
कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां साल 2019 तक भारत को स्वच्छता अभियान के जरिए खुले में शौच मुक्त बनाने का सपना संजोए हैं, वहीं कानपुर में सरकारी अफसर उनके अभियान में पलीता लगा रहे है। कानपुर में प्रधान और सरकारी अफसर मिलकर शौचालय के नाम पर आए लाखों रूपए खर्च ना करके अपनी जेबें भर रहे हैं। साथ ही सरकार और ग्रामीण के बीच बिचौलिये की भूमिका अदा कर रहे प्रधान ग्रामीणों के हक पर डाका डाल रहे हैं। ग्रामीणों को मिलने वाली सुविधाएं उन तक पहुंचने से पहले ही घोटाले की भेट चढ़ रही है। दरअसल कानपुर के एक गांव में शौचालय के नाम पर प्रधान द्वारा किया गया घोटाला सामने आया है। बीडीसी सदस्य की शिकायत पर जब जांच टीम मौके पर पहुंची तो बेहद चौंकाने वाली तस्वीरें देखने को मिली।
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प्रधान ने डकार लिए लाखों रुपये
देश के प्रधानमंत्री का सपना है कि हर घर में शौचालय हो जिससे लोगों को खुले में शौच ना जाना पड़े। इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए केंद्र से प्रदेश को बजट तो मिल रहा है, लेकिन सरकारी अफसरों और प्रधानों की मिलीभगत के चलते इसका लाभ जरूरतमंदों तक पहुंच नहीं पा रहा है| यह मामला बिल्हौर तहसील के चम्पतपुर गांव का है। इस गांव में सबसे ज्यादा आबादी मुस्लिम समुदाय की है। चम्पतपुर के ग्रामीणों ने प्रधान शिखा सिंह को इस बात के लिए वोट देकर जिताया था कि वह गांव का विकास करेंगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बल्कि ग्राम प्रधान के पति बलराम सिंह ने पुराने बने शौचालयों पर लिखे पुराने वर्ष पर पुताई करवाकर उस पर नया वर्ष लिखकर शौचालयों का पैसा डकार लिया।
ग्रामीणों की शिकायत पर सरकारी राशन बंद करवाने की धमकी
गांव के एक निवासी ने बताया कि ग्राम प्रधान ने पुराने शौचालयों को नया करने के खेल के साथ नए शौचालयों के निर्माण में भी हेरा-फेरी कर डाली। शौचालयों के निर्माण में लगने वाला मटेरियल बहुत कम मात्रा में ग्रामीणों को खुद बनाने को दिया। जब ग्रामीणों ने शिकायत की तो प्रधान के पति बलराम सिंह ने उनका सरकारी राशन बंद करवाने की धमकी दे डाली।
पंचायत सदस्य के प्रयासों से सामने आया मामला
चम्पतपुर गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य को जब घोटाले की जानकारी हुई तो उन्होंने कई अधिकारियों को इससे अवगत कराया लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद उन्होंने आरटीआई के माध्यम से जानकारी मांगी। पंचायत सदस्य ने बताया कि बीडीओ से जब जानकारी मांगी तो उनका कहना था की कागजी लड़ाई क्यों लड़ रहे हो, ठाकुर हो कुल्हाड़ी से लड़ाई लड़ो। पंचायत सदस्य का कहना है की चम्पतपुर गांव में विकास के नाम पर कई घोटाले किए गए। यहां तक कि नाला बनाने के नाम पर भी घोटाला हुआ। नाला सिर्फ कागजों पर बनाया गया और उस पर खर्च होने वाली रकम ग्राम प्रधान और सरकारी अफसर डकार गए। पंचायत सदस्य का यह भी कहना है। जिलाधिकारी तक शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई केवल जाँच करने की बात कही जा रही है। |
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