कार्यकर्ताओं से बोलीं मायावती- भाजपा हमें कितना भी भड़काए, हम उन्हें हरा कर रहेंगे
नई दिल्ली। फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव के बाद अब कैराना लोकसभा उपचुनाव में भी भाजपा को बड़ा झटका लग सकता है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को प्रदेश के सभी जोनल कोआर्डिनेटर की बैठक बुलाई जिसमें उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को फूलपुर और गोरखपुर की तर्ज पर कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में सपा उम्मीदवार के पीछे मजबूती से खड़े होने और भाजपा को हराने के निर्देश दिए हैं। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन 'लोगों के हित' में है और इस गठबंधन को 'पूरे देश' का समर्थन है।
हमें भड़काने की कोशिश कर रही है भाजपा
सोमवार को अपने बयान में मायवती ने कहा, 'सपा और बसपा के लोगों को भाजपा चाहे जितना भड़काने की कोशिश कर ले, लेकिन ये लोग उनके झांसे में नहीं आने वाले हैं। हम, और सभी विपक्षी पार्टियां इस बार एक साथ भाजपा को सत्ता में आने से रोकेंगे। भाजपा के लोगों को भी ये पता है इसीलिए वे इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं लेकिन इसका हमारे ऊपर कोई असर नहीं है।'
भीमराव अंबेडकर का नाम लेना 'ड्रामा'
इसके साथ ही मायावती ने 'मन की बात' कार्यक्रम में पीएम मोदी द्वारा बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के नाम लेने को 'ड्रामा' बताया। मायावती ने कहा कि भाजपा और आरएसएस कभी भी बाबासाहेब अंबेडकर के समता मूलक समाज के सपने को पूरा होते हुए नहीं देखना चाहते हैं क्योंकि इनकी विचारधारा इसके ठीक उलट है।
भाजपा हमेशा से दलित विरोधी पार्टी
मायावती ने कहा कि भाजपा द्वारा अंबेडकर का नाम लेने ठीक उसी तरह है जैसे- 'मुंह में राम, बगल में छुरी।' मायावती ने कहा कि जबे उन्होंने समाजवादी पार्टी के साथ अपने अधिकारिक गठबंधन का ऐलान किया है तभी से भाजपा को कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि वो क्या करे। भाजपा अगर दलितों की कितनी हितैषी है ये राज्यसभा चुनाव में ही स्पष्ट हो गया जहां उसने धन बल और षडयंत्र के जरिए भीमराव अंबेडकर चुनाव जीतने से रोका।