न्यू ईयर की पार्टी के लिए चाहिए थे पैसे, छोटे-छोटे बच्चों ने लूटपाट कर किया बुजुर्ग महिला का मर्डर
रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में शुक्रवार की देर शाम बेली गंज में केसी कपूर की पत्नी संतोष कुमारी की हत्या का खुलासा कर पुलिस ने चार नाबालिगों को जेल भेज दिया है। हमलावरों ने नववर्ष धूमधाम से मनाने के लिए पैसे का जुगाड़ करने के लिए वृद्धा की हत्या की थी। हत्यारे उसी के घर में काम करने वाली नौकरानी के नाबालिग पुत्र और उसके दोस्त-यार थे। बता दें कि केसी कपूर का नाम शहर के बड़े उद्योगपतियों में गिना जाता था। उनका इलेक्ट्रॉनिक का व्यवसाय था। जिनकी कई वर्षों पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी। शहर के बीचो-बीच एक बड़े उद्योगपति के घर में हत्या जैसी वारदात पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी। पुलिस अधीक्षक ने घटना का निरीक्षण कर तत्काल मामले का खुलासे के दिशानिर्देश जारी किए थे। जिस पर शहर कोतवाली टीम ने अपनी मेहनत से मात्र 4 घंटे में ही घटना का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
नौकरानी के बच्चे थे हत्यारे
पुलिस ने अपने खुलासे में बताया कि हत्या के आरोपी मृतका के घर में काम करने वाली नौकरानी व थाना मिल एरिया काशीराम कालोनी निवासिनी लक्ष्मी पत्नी अनिल कुमार का नाबालिक पुत्र विकास कुमार उर्फ अंकुर पुत्र अनिल और वहीं के उसके साथी इमरान अहमद पुत्र नसीम अहमद, मोहम्मद आरिफ पुत्र अब्दुल ने मिलकर थी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विकास कुमार की मां लक्ष्मी कई वर्षों से उस घर में काम कर रही थीं। जिससे विकास को भी उस घर की पूरी जानकारी थी। नए साल के करीब आने और उसमें पार्टी करने के लिए इन लोगों ने मिलकर स्व0 कपूर के घर में लूटपाट की घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी क्योंकि इससे पहले भी विकास कपूर के घर पर चोरी की घटना को अंजाम दे चुका था।
ईंटों ने कूंच दिया था बुजुर्ग महिला का शव
घटना वाले दिन पहले यह सब लोग उनके घर गए और छत पर पतंग उड़ाने की बात को कहा। जिस पर सन्तोष कुमारी ने उन्हें डांट कर भगा दिया इसके पश्चात भी उक्त हमलावर कुछ देर बाद आए और दरवाजे को खटखटाया, जैसे ही वृद्धा ने दरवाजा खोला तो उक्त लोगों ने ईंट से उस पर वार कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद हमलावरों ने घर में लूटपाट की घटना को अंजाम दिया। इस दौरान हत्यारों ने घर में लगी टी0वी0 भी तोड़ दी थी क्योंकि उनको शक था कि टीवी से सीसीटीवी की नजर में वह लोग आ सकते हैं।
हत्यारों की मां ने किया था वारदात को छिपाने का प्रयास
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लूट का माल लेकर जब यह लोग घर पहुंचे तो इमरान की मां ने लूट के लैपटॉप के बारे में जानकारी की तो उन्होंने घटना के बारे में बताया। जिसपर शबाना ने घटना को छुपाते हुए लैपटॉप को जलाने का प्रयास किया था। परंतु पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए घटना की तह तक पहुंच गई और विकास कुमार इमरान अहमद आरिफ को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं शबाना को अपराध छिपाने के आरोप में जेल भेजा गया इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूरी घटना में लक्ष्मी कि कहीं भूमिका नहीं थी इसलिए अभी तक विवेचना में उस पर कोई आरोप नहीं है। मामले अन्य तथ्यों की छानबीन की जा रही है।
पुलिस ने 4 घंटों में कर दिया खुलासा
पुलिस ने इन आरोपियों के पास से दो अदद सोने की अंगूठी, दो अदद सोने की चूड़ी, दो महंगे मोबाइल, 1जियो वाई-फाई और एक अदद जला हुआ लैपटॉप बरामद किया। इस हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम में शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नागेश कुमार मिश्रा उपनिरीक्षक विजय कुमार सिंह उप निरीक्षक शैलेंद्र कुमार सिंह उप निरीक्षक पुरुषोत्तम दास सिपाही राजेश सिंह सिपाही विनोद कुमार महिला सिपाही दीक्षा पटेल सिपाही चालक अर्जुन लाल यादव ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। पुलिस अधीक्षक शिव हरि मीणा ने अनावरण करने वाली टीम को ₹10000 वहीं लखनऊ परिक्षेत्र पुलिस महानिरीक्षक ने ₹15000 का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
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