यूपी: 'अपने ही घर' अमेठी में घेरे गए राहुल गांधी, बीजेपी ने कहा कांग्रेस की वजह से बंद हुआ फूड पार्क
अमेठी। फूड पार्क बंद होने को लेकर अभी तक बीजेपी पर हमलावर रहे राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है। वहां के नेताओं ने प्रेस वार्ता करके कुछ प्रपत्रों को दिखाते हुए ये बात साबित करने की कोशिश की कि अमेठी के फूड पार्क को बंद करने का काम मोदी सरकार के समय नहीं बल्कि यूपीए सरकार के समय से ही शुरू हो गया था। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष उमा शंकर पांडेय ने पत्रकार वार्ता कर कहा कि राहुल गांधी अमेठी में घूम-घूम के कहते हैं कि हमारी सरकार ने अमेठी में फूड पार्क बंद कराया। उन्होंने इस संदर्भ में कुछ दस्तावेज मीडिया के समक्ष रख कर इस बात का दावा भी किया।
उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार में फूड पार्क 24 सितम्बर 2010 को अमेठी के जगदीशपुर के लिए स्वीकृत हुआ था। तमाम औपचारिकताओं के उपरांत 6 महीनें के अंदर कार्य पूरा करना था। लेकिन जब शक्तिमान मेगा फूड ने पेट्रोलियम मंत्रालय से डोमेस्टिक गैस की सप्लाई मांगी तो मंत्रालय ने 18 जून 2013 को गैस सप्लाई देने से इनकार कर दिया। इसलिए बीजेपी को ये योजना मजबूरन बंद करना पड़ा। इसका जवाब राहुल गांधी को संसद में दिया जा चुका है।
राहुल का विकास प्रतिनिधि राजस्थान कैडर का अधिकारी
जिलाध्यक्ष उमा शंकर पांडेय ने राहुल गांधी के विकास प्रतिनिधि धीरज श्रीवास्तव को भी कटघरे में खड़ा कर दिया। पांडेय ने कहा कि चिट्ठियां लिखवाने में उनका हाथ है। वो कांग्रेस की गतिविधियों और राजनीतिक एक्टिविटीज में भाग लेते हैं। जबकि वो राजस्थान प्रशासनिक सर्विस के 1994 बैच के अधिकारी हैं। उन्हें किसी सांसद का प्रतिनिधि बनकर ऐसा अनाधिकृत काम नहीं करना चाहिए। धीरज श्रीवास्तव राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए वर्तमान में नियुक्त हैं, वो उसी का काम कर सकते हैं। इस मुद्दे पर राहुल गांधी को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि क्या राहुल को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वो अधिकारी हैं? उमा शंकर पांडेय ने कहा कि हम लोकसभा में इसकी शिकायत करेगें।