बागपत में पीएम मोदी की रैली से पहले गन्ना किसान की मौत, प्रशासन में मचा हड़कम्प
बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत में 27 मई को पीएम नरेन्द्र मोदी की रैली होनी है। उससे एक दिन पहले तहसील परिसर में एसडीएम ऑफिस के सामने गन्ना भुगतान की मांग कर रहे एक किसान की मौत ने पुलिस-प्रशासन की नींद उड़ा दी है। बताया जा रहा है कि किसान पिछले कई दिनों से बड़ौत तहसील में धरने पर बैठे है।
दरअसल, गन्ना भुगतान की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से किसान धरने पर बैठे थे। लेकिन अधिकारियों ने धरने पर आकर किसानों से बात करना तक गंवारा नहीं समझा। किसानों की जब मांग पूरी नहीं हुई तो उन्होंने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। गन्ना किसान भीषण गर्मी में भी धरने पर बैठे रहे। धरने पर बैठे किसान उदयवीर की हालत बिगड़ने पर उनकी मौत हो गई। उदयवीर की मौत से नाराज किसानों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर हंगामा किया और शव को उठने नहीं दिया।
बता दें कि दो किसान की भी हालत खराब हो गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। किसान के शव को रखकर किसानों जमकर हंगामा किया। किसान की मौत की सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने किसान से वार्ता करने का प्रयास किया, लेकिन किसान वार्ता करने के लिए तैयार नहीं है। किसानों ने उदवीर के शव का भी पोस्टमॉर्टम कर वाने से इंकार कर दिया है।
बता दें कि पश्चिमी यूपी के कैराना में 28 मई को उपचुनाव है। इस चुनाव में गन्ना एक बड़ा मुददा है। बता दें कि गन्ने के भुगतान की मांग को लेकर किसान पिछले कई दिनों से हड़ताल पर बैठे थे। वहीं, 27 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बागपत में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने आ रहे है और यहां एक रैली को भी संबोधित करेंगे। यानी इस रैली और उद्घाटन से पहले किसान की मौत का मामला तूल पकड़ सकता है।