राज्य मंत्रियों को मिली जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की नसीहत, जानिए CM योगी ने क्या दिए मंत्र
लखनऊ, 29 सितंबर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यहां राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्रियों के साथ बैठक कर नसीहत दी। उन्होंने विभिन्न विभागों के प्रभारी मंत्रियों से कहा कि वे स्वयं फाइलों पर हस्ताक्षर करें और अपने कनिष्ठों के साथ काम साझा करें। योगी को मंत्रियों ने पिछले छह महीनों में अपने-अपने विभागों के प्रदर्शन के बारे में फीडबैक दिया। योगी ने उनसे उत्तर प्रदेश के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भविष्य के लिए एक रोड मैप तैयार करने को कहा है।
फाइलों पर खुद हस्ताक्षर करें और काम को साझा करें
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंत्रियों को आवंटित क्षेत्रों का दौरा करना चाहिए और राज्य सरकार की उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाना चाहिए। योगी आदित्यनाथ ने यहां अपने आधिकारिक आवास पर MoS (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्रियों के साथ बैठक में कहा कि, "प्रभारी मंत्रियों को अपने कार्यालय में भेजने से पहले फाइलों पर खुद हस्ताक्षर करना चाहिए और राज्य मंत्रियों द्वारा हस्ताक्षरित फाइलों को भेजना चाहिए। अपने राज्य के मंत्रियों के साथ काम आवंटित करें और साझा करें। "
सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएं
नाम न छापने की शर्त पर एक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने कहा कि, "मुख्यमंत्री को पिछले छह महीनों का फीडबैक दिया गया और अगले छह महीनों की योजनाओं पर चर्चा की गई। प्रत्येक मंत्री को सप्ताह में कम से कम दो बार अपने-अपने क्षेत्रों का दौरा करने और पिछले छह महीनों की राज्य सरकार की उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाने और उनकी अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए कहा गया है।"
विभागों के कामकाज में सुधार लाने का प्रयास करें
योगी ने कहा कि भाजपा सरकार के काम और मंत्रियों के लगातार दौरों से अनुकूल माहौल बना है। उन्होंने मंत्रियों से बड़ी परियोजनाओं को हाथ में लेने को कहा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनका काम लोगों को दिखाई दे। कहा कि हमारे (सरकार के) पक्ष में एक माहौल बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को बड़ा सोचने और जमीनी स्तर पर जाकर लोगों के लिए काम करने को कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि विभागों के कामकाज में सुधार लाने की जरूरत है और जिलों में अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
स्टांप शुल्क छूट योजना पर हुई चर्चा
एक अन्य वरिष्ठ राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने कहा कि स्टांप शुल्क छूट की योजना पर चर्चा हुई कि पारिवारिक विवादों को सुलझाने में कैसे मदद मिलेगी। बकौल मंत्री, "हर घर में संपत्ति के हस्तांतरण को लेकर झगड़े होते थे। इस तरह के तबादलों को स्टैंप ड्यूटी से छूट देने के हमारी सरकार के फैसले से परिवारों को अपने विवादों को निपटाने में मदद मिली है। पिछले तीन महीनों में लगभग 130,000 परिवार लाभान्वित हुए हैं। यह योजना बहुत उपयोगी रही है।"
73 अधिकारियों को जारी हुआ था कारण बताओ नोटिस
इससे पहले सीएम ने राज्य के 73 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में स्पष्टीकरण मांगा था। नोटिस जुलाई महीने की एक रिपोर्ट के आधार पर जारी किए गए थे। सीएम ने सभी विभागों, प्रशासन और पुलिस के साथ कई बैठकें की हैं, जिसमें सभी मौकों पर स्पष्ट किया गया है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।