अखिलेश यादव के बंगले पर पहले से गड़ा रखी थी बीजेपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने नजर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने अखिलेश यादव वाले बंगले की मांग की है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि सरकार वो बंगला उन्हें आवंटित करें। स्वास्थय मंत्री की तरफ से सीएम के मुख्य सचिव को लेटर लिखकर 4, विक्रमादित्य मार्ग स्थित बंगला या फिर 5, वीडी मार्ग स्थित बंगले को को आवंटित करने की मांग की है।
बता दें कि इस बंगले में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का आशियाना था साथ ही इसके बगल में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का बंगला था। मालूम हो कि जिस बंगले की मांग स्वास्थ्य मंत्री कर रहे हैं, कुछ समय पहले इस बंगले को लेकर इनकी ही सरकार के मंत्री और विधायक कह रहे थे कि ये बंगला समाजवाद का प्रतीक नहीं है ये तो रईसों वाला बंगला है। इतना ही नहीं इस बंगले की साज-सज्जा पर तमाम तरह के सवाल उठाए जा रहे थे। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पूर्व मुख्यमंत्रियों ने बंगला खाली कर दिया है जिसके बाद ये बंगले अब पूरी तरह से राज्य संपत्ति विभाग के पास आ गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री की तरफ से कहा गया है कि जिस आवास में वो रह रहे हैं वहां पर्याप्त स्थान नहीं है जिससे असुविधा हो रही है, इसलिए हलब्बी चौहद्दी वाली कोठी दी जाए।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ऐसे परिवार से आते हैं(पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री) जो प्रधानमंत्री रहते हुए अपने परिवार का खर्च 10 रुपए में चला लेते थे। लेकिन अब इन्हें रहने के लिए महल चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह की ये कोई पहली मांग नहीं है। इससे पहले भी उनकी तरफ है ऐसी कई मांगे आ चुकी है। कुछ समय पहले स्वास्थ्य मंत्री की तरफ से एक लेटर जारी कर उनके आवास पर टीवी लगाने के लिए कहा गया था, लेकिन बात जब मीडिया में आई तो विभाग की तरफ से एस बात को खारिज करते हुए कहा गया था कि ये मंत्री जी ने नहीं बल्कि विभाग की तरफ से लेटर जारी किया गया था।
टीवी मुद्दा खत्म होने के बाद अभी पिछले दिनों ही मंत्री साहब के विभाग की तरफ से लैपटाप की मांग की गई थी। इतना ही नहीं विभाग की तरफ से बाकायदा लेटर जारी कर लैपटॉप की मांग की गई थी। लेटर में कहा गया था कि स्वास्थ्य मंत्री को काम करने में दिक्कत हो रही है इसलिए लैपटॉप मुहैया कराया जाए।
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