यूपी: रवीना के पिता ने बताया कि क्या हुआ था जन्माष्टमी की रात, क्यों टूटा मिला था दरवाजा?
कानपुर। आईपीएस सुरेंद्र की मौत के बाद सुरेंद्र के परिवार ने लगातार उनकी बीवी रवीना पर ये आरोप लगाया कि उनके सुसाइड के पीछे उनकी पत्नी का हाथ है। शादी के बाद से वह लगातार सुरेंद्र को प्रताड़ित कर रही थीं। सुरेंद्र के आत्महत्या करने के पीछे की तत्कालिक वजह परिवार द्वारा ये बताई गई थी कि रवीना ने जन्माष्टमी के दिन बाजार से नानवेज खाना मंगाकर खाया था। सोमवार को कानपुर प्रेस क्लब में रवीना के पता रावेंद्र पहुंचे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ना सिर्फ पूरी कहानी सुनाई बल्कि कुछ ऑडियो भी सुनाए। इन ऑडियो के माध्यम से वह यह बात साबित करना चाहते थे कि सुरेंद्र के आत्महत्या करने के पीछे उनकी बेटी रवीना नहीं बल्कि उनका खुद का परिवार है। रवीना आर्थिक और मानसिक रुप से सुरेंद्र का सहयोग करती थी।
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बेटी और दामाद लाए थे जन्माष्टमी का सामान
रावेंद्र ने बताया कि कानपुर आने के बाद जन्माष्टमी से दो तीन दिन पहले बेटी और दामाद शिवालय बाजार से श्री कृष्ण जी की मूर्ति एवं पूजा/सजावट का सामान ले कर आए। इसके बाद इन लोगों ने बाजार से लाए गए सजावट के सामान को दिखाने की हमसे इच्छा प्रकट की। हम लोगों ने उनके आवास पर जन्माष्टमी की सजावट देखी। उसके बाद हमलोग वापस अपने घर आ गए थे। जन्माष्टमी की आधी रात को रात्रि को पूजा करने के बाद बेटी दामाद ने प्रसाद लिया। वह वहां अकेले नहीं थे। साथी कर्मचारियों को प्रसाद बांटा गया।
इस तरह मिली जानकारी
5 सितम्बर की सुबह करीब सवा चार बजे बेटी का फोन आया कि सुरेन्द्र ने जहरीला पदार्थ खा लिया है। मैंने अपनी बेटी को तुरन्त सरकारी अस्पताल उर्सला कानपुर पहुंचने के लिये कहा। मेरी बेटी उन्हें उर्सला लेकर गई। सही इलाज की तलाश में बाद में उन्हें रीजेंसी अस्पताल ले जाया गया। रीजेंस हास्पिटल के विशेषज्ञ को उन्होंने बताया कि उन्होने स्वयं सल्फास नामक विष को स्टाफ से मॅगवाकर खा लिया है।
इसलिए टूटा था स्टोर रूम का दरवाजा
उन्होंने बताया कि शाम को उनके आवास की जांच में उल्टी पड़ी मिली जो कि मेरी बेटी द्वारा उनका जीवन सुरक्षित करने के लिये कराई गई थी। साथ ही स्टोर रूम का दरवाजा टूटा मिला जोकि मेरी बेटी द्वारा सुरेन्द्र का जीवन बचाने के लिये तोड़ा गया था। कमरे से एक बड़ा फटा हुआ सुसाइड नोट मिला जिसमे आई लव यू रवीना तथा रवीना इज नॉट रिस्पांसिबल फार माई सुसाइड लिखा हुआ हैं। सुरेन्द्र द्वारा लिखित एक दूसरे छोटे से सुसाइड नोट में भी 'आई लव यू रवीना तथा रवीना इज नॉट रिस्पांसिबल फॅार माई सुसाइड' लिखा हुआ पाया गया हैं। ये दोनों नोट पुलिस रिकार्ड में उपलब्ध हैं। उन्होंने इस बात को सिरे से खारिज किया कि जन्माष्टमी पर नॉनवेज खाना ऑर्डर करने को लेकर सुरेंद्र और रवीना के बीच किसी भी तरह का विवाद हुआ था।
भाई पर भी लगाए आरोप
प्रेस वार्ता में रवीना के पिता ने कहा कि सुरेंद्र के भाई नरेंद्र आर्थिक रूप से सुरेंन्द्र पर दबाव बना रहे थे तथा कई रिश्तेदारों से सुरेन्द्र के माध्यम से नौकरी लगवाने के लिए रिश्वता ले रखी थी।नरेन्द्र कुमार द्वारा फर्जी रूप से बिजली कटिया डाल कर चोरी करते पकड़े गए थे, जिससे सुरेन्द्र की बहुत बदनामी हुई थी। इनकी बहन श्रीमती सावित्री भी बिना टिकट बिहार से आते हुए पकड़ी गई थीं, जिसका जुर्माना बाद में भरा गया था। सुरेन्द्र के भाई मेरा नाम लेकर भी हिन्द मेडिकल कालेज, लखनऊ में रिस्तेदारों से पैसा लेकर एडमीशन कराने के नाम पर पैसा वसूली करते थे।
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