यूपी: एसपी सुरेंद्र के ससुर का बड़ा आरोप, शादी के नाम पर एक और लड़की से पैसे ले चुका है ये परिवार
कानपुर। एसपी सुरेंद्र के मौत के बाद भी उनकी मौत की वजहों पर कयास लगने बंद नहीं हो रहे हैं। सुरेंद्र का परिवार जहां इस मौत के लिए बीवी रवीना का दोषी मानकर उन पर एफआईआर कराने की बात कहता रहा है वहीं सोमवार को रवीना के पिता नवेंद्र ने चुप्पी तोडते हुए एसपी सुरेंद्र के परिवार को लालची बताया। उन्होंने प्रेस वार्ता करके कहा कि सुरेंद्र का परिवार लालची है। वह सुरेंद्र पर भी पैसे देने का लगातार दबाव बनाए रखता था। उन्होंने कहा कि रवीना से पहले एक और परिवार में सुरेंद्र की शादी तय हुई थी। सुरेंद्र के घर वालों ने उस परिवार से कुछ पैसे पहले ही ले लिए थे। शादी नहीं हुई लेकिन उन्होंने वह पैसे नहीं लौटाए।
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पहले हो चुकी थी सगाई
प्रेस कांफ्रेंस में नरेंद्र ने बताया कि रवीना से विवाह के पहले सुरेंद्र दास की सगाई एक अन्य युवती मोनिका से हुई थी। लेकिन भाई नरेंद्र, मां इंदू और भाभी नेहा के दबाव में शादी तोड़ दी गई। सुरेंद्र से इस पर सहमति भी नहीं ली गई। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं मोनिका के पिता द्वारा दिया गया रुपया भी भाई नरेंद्र दास द्वारा वापस नहीं किया गया। ये परिवार रुपयों का भूखा है। यहां उन्होंने एक ईमेल भी दिखाया । मालूम हो कि एक मेट्रीमोनियल साइट के जरिए सुरेंद्र के लिए हरियाणा की युवती मोनिका को पसंद किया था। दोनों में टेलीफोन पर बातचीत भी हुई थी। सुरेंद्र ने घरवालों के साथ युवती को देखा था। सुरेंद्र को मोनिका पसंद थी लेकिन मां इंदू ने नापसंद कर दिया था। मां की इच्छा को ध्यान में रखकर सुरेंद्र ने मोनिका से शादी नहीं की थी।
फिर हुई रवीना सुरेंद्र की शादी
इसके बाद सुरेंद्र ने साइट पर डॉ. रवीना का बायोडॉटा देखा और परिजनों के कहने पर वे लोग डॉ. रवीना के घर शादी का प्रस्ताव लेकर गए थे। तीन महीने तक उनके और डॉ.रवीना के परिवार में शादी को लेकर बातचीत चली थी। इसके बाद 9 अप्रैल 2017 को लखनऊ स्थित होटल रमाडा में शादी हुई थी।
इस तरह बनें आईपीएस
सुरेंद्र कुमार ने पांचवी कक्षा तक बलिया के एक स्कूल में पढ़ाई की थी। इसके बाद बलिया में नवोदय विद्यालय से हाईस्कूल की परीक्षा पास की। 12 वीं की परीक्षा लखनऊ से पास करने के बाद खड़गपुर आईआईटी से बीटेक किया। इसके बाद लखनऊ में रहकर सुरेंद्र ने सिविल सर्विसेज की तैयारी की। बिना कोचिंग के उसने परीक्षा दी और 2014 में आईपीएस बने।