वाराणसी: कोरोना काल में जिस इंटर कॉलेज को बनाया गया था शेल्टर होम, वहां मिला नर कंकाल
वाराणसी। कोरोना के चलते उत्तर प्रदेश में काफी लंबे समय से बंद जूनियर स्कूलों को खोल दिया गया। सभी स्कूलों की सफाई कराई गई ताकि बच्चों को किसी भी तरह कोई समस्या न हो सके। इस दौरान वाराणसी में एक इंटर कॉलेज की सफाई के दौरान सन्न कर देने वाली वारदात सामने आई। यहां के जेपी मेहता इंटर कॉलेज में सफाई के दौरान कंकाल मिला है। स्कूल प्रशासन ने फौरन इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस और फोरेंसिक विभाग की टीम मौके पर जांच कर रही है।
हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि कंकाल महिला का है या पुरुष का। हालांकि कंकाल पर लंबे बाल हैं जो महिला की तरफ इशारा कर रहे हैं। हैरान करने वाली बात ये है कि कोरोना लॉकडाउन के दौश्रान इस इंटर कॉलेज को शेल्टर होम बनाया गया था। कंकाल देखने से लग रहा है कि कोरोना काल के दौरान ही मौत हो चुकी थी। स्कूल के सभी क्लास बंद रहने से किसी को इसकी जानकारी नहीं हो सकी। जानकारी के मुताबिक ये कंकाल बंद पड़े क्लास रूम में टेबल के नीचे मिला है।
अब जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कंकाल से जुड़ी ये गुत्थी सुलझ पाएगी। पुलिस ने बताया कि बच्चे लंच टाइम में पुराने जर्जर क्लासरूम की तरफ जा पहुंचे। वहां एक पुराने क्लास रूम में नर कंकाल पड़ा देखकर बच्चों के होश उड़ गए। ये क्लास रूम कॉलेज परिसर के पिछले हिस्से में है। हालांकि पुलिस के अनुसार शव को देखकर हत्या करने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। ऐसे में फॉरेंसिक टीम को भी बुलाकर साक्ष्य संकलन किया गया है। इस बाबत कैंट के थाना प्रभारी राकेश सिंह ने बताया कि फॉरेंसिक जांच के बाद पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजा गया है।
शेल्टर होम में रहते थे गरीब लोग
कोरोना समय में इस इंटर कॉलेज को शेल्टर होम बनाया गया था। इस शेल्टर होम में शहर में भीख मांगने वालों और ऐसे लोगों को रखा गया था जो मानसिक रूप से बीमार थे। इसमें रिक्शा वाले भी शामिल थे जिनका रहने का कोई ठिकाना नहीं था। कोरोना संक्रमण के चलते रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और सार्वजनिक स्थानों पर सड़क किनारे पड़े रहने वाले लोगों को यहां लाकर रखा गया था। इनमें ज्यादातर ऐसे लोग भी थे जो पहले से बीमार थे।