यूपी: अखिलेश की बीवी डिंपल के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ेंगे शिवपाल? सीट हुई तय
फिरोजाबाद। अलग पार्टी बनाने के बाद शिवपाल के मुख्य विरोधी भाजपा नहीं बल्कि उनके अपने भतीजे अखिलेश हो गए हैं। संसद में अखिलेश की पत्नी डिंपल की राह शिवपाल कठिन करने वाले हैं। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि शिवपाल यादव आने वाले लोकसभा चुनाव में फिरोजाबाद से चुनाव लड़ सकते हैं। ये सीट डिंपल की सीट मानी जाती है। समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव रविवार को यूपी के फिरोजाबाद जिला पहुंचे। शिवपाल सिंह यादव ने यहां एक रोड शो किया जिसमे उनके प्रशंसको की अच्छी-खासी भीड़ इकट्ठा हुई। इस रोड शो तथा भीड़ इकट्ठा करने के पीछे शिवपाल का मकसद अपने विरोधियों को खुद की ताकत से रूबरू कराना था।
शिवपाल को हल्के में ना लें विरोधी दल
समाजवादी पार्टी से अलग होने तथा अपनी नई पार्टी बनाने के बाद से ही शिवपाल यादव व उनकी पार्टी यूपी में चर्चा का विषय बनी हुई है। एक तरफ जहां इस रोड शो के दौरान शिवपाल सिंह यादव ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी ओर योगी सरकार व मुलायम परिवार के सदस्य भी शिवपाल पर मेहरबान नजर आ रहे हैं। आपको बता दें शिवपाल यादव का यह रोड शो फिरोजाबाद जिले की सीमा कठफोरी से शुरू होकर टूंडला तक गया। इस बीच समर्थकों की भीड़ देखते ही बन रही थी। शिवपाल यादव की इस रोड शो में हजारों की संख्या में लोग व सैकड़ों गाड़िया चल रही थी। इस रोड शो से साफ हो गया कि शिवपाल को हल्के में आंकना किसी भी पार्टी के लिए नुकसानदेय हो सकता है।
मुलायम की बहू ने दिया चाचा का साथ
समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद शिवपाल सिंह यादव व उनकी पार्टी बिल्कुल अलग-थलग पड़ी है ऐसा भी नहीं है। एक बार फिर से शिवपाल यादव व उनकी पार्टी को लेकर मुलायम परिवार की फूट खुलकर सामने आ गई है। छोटी बहू अपर्णा यादव की तेवरों ने बता दिया कि वो अपने ससुर और जेठ के साथ नहीं बल्कि अपने पति के चाचा यानी की शिवपाल यादव के साथ खड़ी हैं। आपको बता दें कि मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव शनिवार को राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के स्थापना दिवस के कार्यक्रम में चाचा शिवपाल के साथ मंच साझा किया और शिवपाल की पार्टी समाजवादी सेक्युलर मोर्चा को मजबूत बनाने का आह्वान किया, जिसके बाद यूपी की सियासत में अचानक से सरगर्मी बढ़ गई।
योगी सरकार ने दिया था तोहफा
आपको बता दें कि जब से शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव व सपा सरकार से किनारा किया है तभी से यूपी की राजनीति में उथल-पुथल तेज हो गई है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मायावती का बंगला शिवपाल यादव को आवंटित किया। यह कहीं ना कहीं इस बात कि ओर इशारा करता है कि सपा सरकार से अलग होने के बाद योगी आदित्यनाथ शिवपाल यादव पर मेहरबान है। बात सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती चर्चाएं तो यहां तक हैं कि योगी सरकार शिवपाल सिंह यादव को जेड प्लस सुरक्षा भी महैया करा सकती है।