काशी आ रहे पीएम से मिलेगा 4 सदस्यीय शिक्षामित्रों का दल, मिल चुकी है अनुमति
वाराणसी। 22-23 सितम्बर को दो दिवसीय काशी दौरे पर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रोटोकॉल भले ही आ गया हो और उस प्रोटोकॉल में तमाम कार्यक्रम शामिल हो पर खुफिया रिपोर्ट के बाद इस प्रोटोकॉल में एक प्रतिनिधिमंडल का मिलना जोड़ लिया गया है। पीएम से मिलने के इस कार्यक्रम की अनुमति भी मिल चुकी है। जिसमे नरेंद्र मोदी बनारस के DLW में शिक्षामित्रों के 4 सदस्यीय दल से करीब 5 मिनट की मुलाकात करेंगे। भले इस मुलाकात के परिणाम शिक्षामित्रों के हक में आये या नही ये तो भविष्य फैसला करेगा लेकिन इस मुलाकात से एक बात साफ हो जाती है कि बीते कई दिनों से तमाम खुफिया एजेंसियों को इस बात की जानकारी मिल रही थी कि पीएम के दौरे में कही शिक्षामित्र नया बखेड़ा ना खड़ी कर दे । इसे ध्यान में रखते हुए मुलाकात और अपनी मांगों को रखने की बात सामबे आयी है।
पीएम से मिलने के लिए शिक्षामित्रों की हो रही बैठक
22 सितम्बर को पीएम करीब 1.30 पर दिल्ली से चलकर वाराणसी पहुचेंगे और उसके बाद ट्रेड फैसिलिटी सेंटर के कार्यक्रम के बाद जब DLW पहुचेंगे तो वही कार्यकर्ताओ से मुलाकात करने के बाद शिक्षामित्रों से मिलेंगे oneindia से बात करते हुए शिक्षामित्रों की कमेटी के मीडिया प्रभारी गिरेश कुमार ने बताया कि हमे प्रशासन की ओर से सूचना मिली कि पीएम अपना कुछ समय हमें देंगे। जो 4 सदस्यीय दल का एक प्रतिनिधिमंडल होगा। हालांकि ये प्रतिनिधि मण्डल में कौन होगा ये अभी साफ नही हुआ है पर हम माननीय प्रधानमंत्री से मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर विचार करने के साथ ही 'समान काम -समान वेतन' की मांग रखेंगे। इसके लिए हमारी बैठक भी अर्दली बाजार के एलटी कालेज में सभी पदाधिकारियों और शिक्षामित्रों के चल रही है।
खुफिया विभाग ने विरोध की बाते भेजी थी अपने रिपोर्ट में
वही इस मामले पर बात करते हुए वाराणसी के बेसिक शिक्षाधिकारी ब्रजभूषण चौधरी ने बताया कि कई दिनों से चले आ रहे शिक्षामित्रों के विरोध और प्रदर्शन को देखते हुए इंटेलिजेंस एजेंसियों ने जिलाधिकारी को सूचित किया था कि शिक्षामित्र दौरे में वायलेंस क्रिएट कर सकते है यही नही खुद आईजी वाराणसी भी शिक्षामित्रो के मिले हम लोगो से उन्हें बताया कि यही शांतिपूर्ण ढंग के आपका एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री जी से मिल कर अपनी मांगों को रखना चाहे तो हम रास्ता निकाल सकते है। अन्यथा यदि भीड़ और समूह के रूप में प्रदर्शन करेंगे तो कानूनी करवाई होगी। ये बाते उन्हें पदाधिकारियों को बताई गई है और उनकी मुलाकात पीएम से होनी है जिसके लिए अनुमति भी मिल चुकी है।