बेटे ने मां-बाप को घर से भगाया, बोला- वापस आए तो मार दूंगा गोली
शामली। कलयुगी बेटे द्वारा माँ-बाप को जान से मारने की धमकी देने के बाद माता-पिता ने अपना घर छोड़ पलायन कर दिया। छोटे पुत्रों के साथ बूढे मां बाप अपना सामान ट्रैक्टर ट्राली में लादकर गांव के लिए चल पड़े। नम आंखों से वृद्ध माता पिता ने भगवान से ऐसी औलाद किसी को न देने की प्रार्थना करते हुए बुढापे का सफर शुरू कर दिया है।
क्या है पूरा मामला
जनपद शामली शहर के आदर्शमंडी थाना क्षेत्र के गांव मुंडेट निवासी धर्मपाल सिंह एक किसान है। जिसने अपने तीनों पुत्रों को पढ़ा लिखाकर कामयाब बनाया। बुड़ापा आया तो पत्नी लाली देवी के साथ बड़े पुत्र रतन सिंह के पास शामली शहर के टीचर्स कालोनी में रहने लगे। समय बीता तो पुत्र के बच्चे भी बड़े हो गए और व्यापार में भी तरक्की की। बताया जाता है कि पुत्र के एक दवाई बनाने की फैक्ट्री, दो गैंस एजेंसी है, लेकिन अब पुत्र माता-पिता को अपने साथ नहीं रखना चाहता। पिता धर्मपाल ने बताया कि उसका बड़ा पुत्र रतन सिंह कोटद्वार गया हुआ है, जहां से उसने दो दिनों में मकान खाली न करने पर पिता को गोली मारने की धमकी दी है। बुढापे में पुत्र के मुंह से उक्त बाते सुनकर पिता की आंखें नम हो गईं और उन्होने गांव मुंडेट में रह रहे दो छोटे पुत्रों उदयवीर सिंह व यशवीर सिंह को बुलाकर मकान को खाली कर दिया। मां लाली देवी ने बताया कि बड़े पुत्र के हाथों में सारी बागडोर थी, लेकिन उसने धोखाधड़ी कर मकान अपनी पत्नी के नाम करा लिया है और अब वह बुढ़ापे में गांव में अपने छोटे पुत्रों के पास रहकर जीवन का अंतिम समय व्यतीत करेंगी। हालाकि मां ने मामले की शिकायत पुलिस को भी करने की बात कही है।
खुद ही लेकर आया था गांव से
पीडित माँ लल्ली देवी ने बताया कि पहले तो बड़ा बेटा गांव से हमें लेकर आया। बोला कि आप लोगों को मैं अपने पास रखूंगा। उसके कहने पर हम गांव से अपना सारा सामान लेकर यहां आ गये थे। कुछ सामान हमने यहीं से खरीद लिया था। और सब कुछ हड़प कर अब हमें धमकी दे रहा है कि यहाँ से निकल जाओ वरना तुम्हें गोली मार दूंगा। हमें अपनी जान का खतरा है। बस मकान खाली करके गांव में छोटे बेटों के पास जा रहे हैं। इस बात की पुलिस को भी शिकायत की है।
एसपी क्या बोले ?
ए.एस.पी. शामली शलोक कुमार ने बताया कि एक माँ बाप को बेटे द्वारा घर से निकालने का प्रकरण सामने आया है। इस सम्बन्ध में थाने को जांच के लिए कह दिया गया है। यह पारिवारिक विवाद प्रतीत हो रहा है। इसलिए इसका निराकरण करने के लिए जो हमारे यहा परिवारिक विवाद सेल है। उसको भी मामला रेफर कर दिया गया है। शुरूआत में कोशिश करेंगे की मामला आपस में बातचीत से ही सुलझ जाए। उसके बाद अगर मामला नही निपटता तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें- कोतवाल ने फौजी को जड़ा थप्पड़, पत्नी और बच्चों को भी पीटा