जाटों ने मोदी-शाह को बताया धोखेबाज, बोले कैराना-नूरपुर उपचुनाव में हराकर सिखाएंगे सबक
शामली। शामली में जाट आरक्षण संघर्ष समिति की एक बैठक जाट आरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक के नेतृत्व में हुई। यशपाल मलिक ने भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी को खुली चुनौती देते हुए कहा कि जाट आरक्षण नहीं तो वोट नहीं। उन्होंने कहा कि बीजेपी पार्टी ने जाटों को आरक्षण के नाम पर धोखा दिया है और कैराना व नूरपुर उप चुनाव में जाट बीजेपी पार्टी को वोट नही करेंगे। इन चुनावों में बीजेपी को हराकर सबक सिखाएंगे।
जनपद शामली के झिंझाना रोड टीचर कॉलोनी में एक बैठक में जाट आरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने बी.जे.पी. को खुली चुनौती दी है। मलिक ने कहा कि जाटों के साथ नरेन्द्र मोदी व अमित शाह ने वादाखिलाफी की है। 2013 के चुनाव के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शामली के राजा रानी में जाटों से एक वादा करके गए थे कि अगर जाटों ने अपना वोट बीजेपी को दिया तो हम जाटों का आरक्षण वापस दिलाएंगे, लेकिन चार साल बीत गए हैं और BJP के वादे वादे ही रह गए। अब तो 2019 के चुनाव सिर पर हैं और अभी तक जाट आरक्षण नहीं मिला है।
उन्होंने आगे कहा कि वे इस बार 2019 के चुनाव में बीजेपी पार्टी को बुरी तरह हरा कर सबक सिखाएंगे। इसलिए जाट आरक्षण संघर्ष समिति कैराना व नूरपुर उपचुनाव में शामली व सहारनपुर और नूरपुर की सीटों के लिए जाटों को इस बात का इशारा करने में जुटी है कि आरक्षण नहीं तो वोट नहीं। पश्चिमी यूपी में जाटों का वोट बैंक निर्णायक भूमिका निभाता है। अगर जाट BJP को वोट नहीं करेगा तो निश्चित ही BJP की नैया डूबने में देरी नहीं लगेगी और उपचुनाव के बाद भी जाट 2019 के चुनाव में BJP को सबक सिखाएंगा।
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