नोटबंदी: लोगों की मदद करने के लिए स्कूल के बच्चों ने गुल्लक फोड़ दिए 73,000 रुपए
विमुद्रीकरण के चलते जहां एक तरफ लोग रुपए पाने के लिए जूझ रहे हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के हरदोई में स्कूली बच्चें लोगों की मदद करने के लिए आगे आए हैं।
नई दिल्ली। विमुद्रीकरण के चलते जहां एक तरफ लोग रुपए पाने के लिए जूझ रहे हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के हरदोई में स्कूली बच्चें लोगों की मदद करने के लिए आगे आए हैं।
उत्तर प्रदेश के हरदोई में एक स्कूल के बच्चों ने अपने गुल्लकों में जमा फुटकर रुपए लोगों की सुविधा के लिए जमा करवाएं हैं। इन बच्चों ने कुल 73,000 रुपए जमा करवाएं हैं।
स्कूल के बच्चों ने बताया कि लोग खुले रुपए के लिए परेशान हैं। इसलिए हम सभी लोगों ने ऐसा फैसला किया है कि अपने गुल्लकों में जमा रुपए देने का फैसला किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को देश में 500-1000 रुपए के पुराने नोट बंद करने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही इस फैसले का कई लोग स्वागत कर रहे हैं और कई लोग आलोचना।
नोटबंदी को लेकर पिछले तीन दिनों से लोकसभा और राज्यसभा दोनों ठप चल रहे हैं। इस फैसले के लागू होने के बाद से बैंकों के बाहर से लंबी-लंबी लाइनें लग गई हैं। सरकार ने दावा किया है कि जल्द ही सभी बैंकों में पर्याप्त मात्रा में एटीएम आ जाएंगे जिससे सभी को सुविधा हो सके।
Hardoi (UP): School children deposit Rs 73000 in form of small denomination notes from their piggy bank to help people pic.twitter.com/wxy5GDcMqG
— ANI UP (@ANINewsUP) November 18, 2016
Hardoi (UP): School children deposit Rs 73000 in form of small denomination notes from their piggy bank to help people pic.twitter.com/Kst1xFRep5
— ANI UP (@ANINewsUP) November 18, 2016
People are facing trouble due to #demonetization, so we decided to help them by proving smaller currency notes from our piggy banks: Student pic.twitter.com/oeyvsY6DKZ
— ANI UP (@ANINewsUP) November 18, 2016
आपको बताते चलें कि 30 दिसंबर तक जो लोग अपने बैंक खाते में 2.50 लाख रुपए से ज्यादा जमा करेंगे। उन पर सरकार की नजर रहेगी। साथ ही अब एक दिन में 50,000 रुपए जमा करने पर भी पैन कार्ड देना होगा।
विमुद्रीकरण के फैसले के बाद बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो अपना कालाधन, सफेद करवाने के लिए ऐसे बचत खाता धारकों को ढूंढ रहे हैं जिनके बैंक खाते में कम पैसे जमा हों। साथ ही यह खबरें भी आ रही हैं कि जन धन योजना के तहत खोले गए बैंक खातों का भी प्रयेाग कालेधन को खपाने में किया जा रहा है। इसके चलते भी बैंकों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं।
साथ ही इससे लोगों को नोट बदलवाने और नोट जमा करने तक में दिक्कत आ रही है।