बाबा दरवेश्वर महादेव के परम भक्त हैं व्यापारी, दर्शन करने मात्र से व्यापार में नहीं होता कभी घाटा
इलाहाबाद। प्रयागराज में बाबा दरवेश्वर महादेव का प्राचीन सिद्ध स्थल है। इस सिद्ध मंदिर की खासियत और चमत्कार के बारे में खूब सुनने को मिलता है। एक समय मंदिर शहर के एकदम वीरान इलाके में था। लेकिन, समय के साथ इस मंदिर के चारों ओर ऐसी संपन्नता और वैभवता फैली कि यह शहर का सबसे व्यस्ततम व्यापारिक केंद्र बन गया। दरअसल बाबा दरवेश्वर महादेव व्यापार के राजा कह जाते हैं। लोगों की मान्यता है कि जिन लोगों का व्यापार समस्याओं से घिरा हो, या उन्हें घाटा लग रहा हो, बाबा उनकी सारी समस्याओं का हल कर बिगड़े काम बना देते हैं। यही कारण था कि एकदम वीरान स्थल पर बने बाबा दरवेश्वर महादेव के चारों ओर व्यापारियों का ठिकाना बनने लगा और देखते ही देखते यह इलाहाबाद का सबसे व्यस्ततम व्यापारिक केंद्र बन गया। यहां व्यापारियों की दुकानें बाबा के दर्शन के बाद ही खुलती हैं और बंद होने के बाद भी बाबा के दर्शन करके ही लोग घर जाते हैं। लोगों का विश्वास है कि बाबा का यह चमत्कार है कि इनके भक्तों को व्यापार में घाटा नहीं लगता और उनकी सारी समस्याएं हल हो जाती हैं।
जूना
अखाड़ा
करता
है
रखरखाव
इस
मंदिर
का
रखरखाव
विश्व
प्रसिद्ध
जूना
अखाड़ा
करता
है।
जूना
अखाड़ा
द्वारा
यहां
पर
पूजा
पाठ
के
लिए
पंडित
पुरोहित
रखे
गए
हैं
जो
विधि
विधान
के
साथ
बाबा
का
श्रृंगार,
स्नान,
पूजा,
आरती
आदि
का
धार्मिक
क्रम
संपन्न
कराते
हैं।
इस
मंदिर
का
स्थापत्य
स्वयं
मंदिर
की
प्राचीनता
और
भव्यता
का
बखान
करता
है।
400
वर्ष
पूर्व
दरवेश्वर
महादेव
शिवलिंग
स्वरूप
प्राण
प्रतिष्ठित
हुए
थे
और
मौजूदा
समय
में
अपनी
ख्याति
के
अनुरूप
यह
मंदिर
भव्य
हो
गया
है।
वर्तमान
समय
में
यहां
मौजूद
हजारों
दुकानों
के
व्यापारी
दरवेश्वर
महादेव
के
दर्शन
के
बाद
ही
अपनी
दुकाने
खोलते
हैं
और
उनका
विश्वास
है
कि
ऐसा
करने
पर
उन्हें
व्यापार
में
कभी
कोई
नुकसान
नहीं
होता।
हर
मौसम
में
बेहद
ठंडा
शिवलिंग
बाबा
दरवेश्वर
महादेव
मंदिर
की
चमत्कारिक
विशेषताओं
में
से
एक
विशेषता
यह
भी
है
कि
हर
मौसम
में
यहां
स्थापित
शिवलिंग
बेहद
ही
ठंडा
होता
है।
इसके
बारे
में
वैज्ञानिक
कारण
शिवलिंग
के
रूप
में
प्रयोग
किए
गए
पत्थर
विशेष
पत्थर
को
बताया
जाता
है।
लेकिन,
आस्थावानों
के
लिए
श्रद्धा
का
विषय
है
और
लोग
इसे
बाबा
का
ही
चमत्कार
मानते
हैं।
उनका
कहना
है
कि
बाबा
भी
इसी
तरह
व्यापार
को
उथल
पुथल
से
बचाकर
शांत
व
सुगम
बनाते
हैं।
गौरतलब
है
कि
इस
शिवलिंग
पर
जलाभिषेक
या
दूधाभिषेक
हो
या
ना
हो
इस
शिवलिंग
पर
हमेशा
नमी
बनी
रहती
है
और
जिसे
लोग
खूब
आस्था
के
साथ
पूजते
हैं।
हालांकि
मौजूदा
समय
में
ऐसा
कोई
दिन
नहीं
होता
है
जब
यहां
भारी
भीड़
रुद्राभिषेक
के
लिये
जलाभिषेक
व
दुग्धाभिषेक
ना
करती
हो।