अयोध्या मामले में कटियार का 'बलिदान वाला बयान' अलगाव बढ़ाने वाला- देवबंदी उलेमा
सहारनपुर। बाबरी मस्जिद-रामजन्म भूमि मामले में देश की सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई होने के बावजूद इस मुद्दे को लेकर बयानवीरों की जुबान रुकने का नाम नहीं ले रही है। भाजपा के फायरब्रांड नेता विनय कटियार ने तो यहां तक कह डाला है कि भगवान राम एक बार फिर बलिदान चाहते हैं। वहीं राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम ने स्वामी अध्यादेश लाकर मंदिर निर्माण कराए जाने की मांग की है। उलेमा ने दोनों नेताओं के बयान को अलगाव बढ़ाने वाला बताते हुए सीधे तौर पर सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना करार दिया है।
शनिवार को अयोध्या में नव संवत्सर की पूर्व संध्या पर आयोजित हुए कार्यक्रम में भाजपा के फायरब्रांड नेता रहे विनय कटियार ने राम मंदिर का जिक्र करते हुए यहां तक कह डाला है कि भगवान राम एक बार फिर बलिदान चाहते हैं। एक बार फिर १९९२ जैसी क्रांति की आवश्यकता है। वहीं, राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम को पत्र लिखकर राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की मांग की है। दोनों बयानों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तंजीम उलेमा-ए-हिंद के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना नदीमुल वाजदी ने कहा कि कटियार और सुब्रमण्यम स्वामी दोनों ही अपनी पार्टी में दर-किनार किए जा चुके हैं। इसलिए अब सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। मौलाना वाजदी ने कहा कि मंदिर-मस्जिद का मसला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और सुप्रीम कोर्ट कह चुका है कि यह आस्था का मामला नहीं है। इसलिए जो लोग इसे मुद्दा बनाकर बोल रहे हैं वह सीधे तौर पर सुप्रीम कोर्ट की अवमानना कर रहे हैं। ऐसे लोगों का कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए।
पड़ोसी से थे तीन बच्चों की मां के अवैध संबंध, फिर जो हुआ वो इससे भी बुरा था