हलाला, तीन तलाक से बचने के लिए मुस्लिम महिलाएं हिंदुओं से शादी करें- साध्वी प्राची
नई दिल्ली। अपने विवादित बयानों की वजह से हमेशा चर्चा में रहने वाली साध्वी प्राची ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। पूर्व वीएचपी नेता साध्वी प्राची ने मुस्लिम महिलाओं को सुझाव दिया है कि उन्हें हिंदु युवकों से शादी करनी चाहिए। यही नहीं उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना भाई बताया है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि वह प्रदेश में इस बात को सुनिश्चित करें कि मस्जिद में कांवड़ यात्रा के दौरान स्पीकर बंद रहे।
मस्जिद में बंद कराएं लाउडस्पीकर
हाल ही में यूपी सरकार ने 2013 मुजफ्फरनगर दंगों में लोगों के खिलाफ मामले वापस लेने शुरू कर दिए हैं, जिसमें साध्वी प्राची के खिलाफ भी मामला था, साध्वी प्राची पर दंगों के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप था। साध्वी प्राची ने कहा कि उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड तक कांवड़िये प्रदेशभर में कांवड़ यात्रा निकाल रहे हैं और भगवान भोले नाथ की शादी का जश्न मना रहे हैं। मेरे बड़े भाई योगी जी कम से कम जबतक उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा चले तब तक मस्जिदों में लाउड स्पीकर बंद हो।
हलाला, तीन तलाक का होगा अंत
यही नहीं साध्वी ने मुस्लिम महिलाओं को हिंदुओं से शादी करने का सुझाव देते हुए कहा कि अगर वह ऐसा करती हैं तो समाज में तीन तलाक और हलाला जैसी बुराइयों का अंत होगा। उन्हो्ंने कहा कि मैं महिलाओं के लिए लंबे समय से लड़ाई लड़ रही हूं, तीन तलाक की समस्या की वजह से बरेली में मेरी बहन निदा खान लड़ रही है। मैं उससे और अन्य तमाम महिलाओं से अपील करती हूं कि वह अपना धर्म छोड़ दें क्योंकि या तो वहां तीन तलाक होगा या फिर हलाला।
इसे भी पढ़ें- लव जिहाद पर भाजपा विधायक के विवादित बोल, बोले आपकी बेटियां सुरक्षित नहीं
फतवा जारी करने वालों का हो बहिष्कार
साध्वी ने कहा कि ना तलाक का ना हलाला का कोई डर है, हिंदू समाज में आएं ना कोई डर है। ऐसे गंदे समाज को छोड़कर महिलाओं की आजादी केवल तबाह करते हैं, हिंदू धर्म में आएं, हिंदू समाज में शादी करना, अच्छे संस्कारी बहुत अच्छे बेटे मिलेंगे। आपका स्वागत है। उन्होंने उन महिलाओं से अपील की जिन्हे तीन तलाक दे दिया गया है कि वह अपना धर्म छोड़ दे और ऐसे धर्मगुरुओं के मुह पर तमाचा मारे, जो महिलाओं के खिलाफ फतवा जारी करते हैं, उन्हें सम्मानपूर्ण जीवन के लिए हिंदू धर्म में आ जाना चाहिए।
इसे भी पढ़ें- अखिलेश यादव के बंगले में तोड़फोड़ से 10 लाख का नुकसान, रिकवरी नोटिस की तैयारी में विभाग