अयोध्या में पहली बार होगी रूसी रामलीला, शामिल होंगे 6 देशों के कलाकार
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इस बार की दीपावली कुछ खास होने जा रही है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में और भी भव्य होगी। इस दीपावली पर पहली बार रूसी कलाकार भगवान राम की लीला का मंचन करेंगे। साथ ही अयोध्यावासी इस बार तीन लाख दीप जलाकर 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ' में नाम दर्ज कराने के लिए तैयारियों में जुटे हैं। इसके साथ ही यहां दो राज्यों के अलावा करीब छह देशों के कलाकार और विदेशी मेहमान भी शिरकत करेंगे।
गेनादी
पेचनीकोव
के
शिष्य
करेंगे
रामलीला
का
मंचन
रूसी
राम
के
नाम
से
प्रसिद्ध
12
कलाकार
गेनादी
पेचनीकोव
के
शिष्य
हैं,
जो
कि
रूसी-भारतीय
मैत्री
संघ
"दिशा"
और
अयोध्या
शोध
संस्थान
अयोध्या
के
एक
साथ
की
गई
कोशिशों
से
रूसी
कलाकार
रामलीला
का
मंचन
करेंगे।
बता
दें
कि
रूस
में
सन
1960
से
रामलीला
का
इतिहास
मिलता
है,
जहां
गेनादी
ने
लगभग
20
साल
रामलीला
का
मंचन
किया
है।
इस मामले में अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डॉक्टर योगेंद्र प्रताप का कहना है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रयासों का ही फलस्वरूप ही भारत भूमि पर रामलीला का मंचन करने लिए विदेशी कलाकार पर आ रहे हैं।
इस दीपावली पर होने वाले तीन दिवसीय दीपोत्सव कार्यक्रम में पहली बार अयोध्या की दिवाली की गूंज कई देशों में सुनाई देगी। यहां रूसी कलाकारों के साथ-साथ कंबोडिया, श्रीलंका, लाओस, ट्रिनिडाड, इंडोनेशिया से भी कलाकार और मेहमान आ रहे हैं।
बता दें कि सत्ता में आने के बाद योगी सरकार ने अयोध्या में दीप जलाकर दीपावली मनाने का फैसला किया। इस फैसले के तहत पिछले साल अयोध्या का सरयू तट दीपों से जगमगा उठा था। इतना ही नहीं, खुद योगी आदित्यनाथ भी वहां पहुंचे थे।
इस बार भी योगी सरकार दीपावली के आयोजन को ग्लोबल बनाने के लिए जुटी हुई है, जिसके तहत तीन दिनों तक चलने वाली तैयारियां चार नंवबर से शुरू हो जाएंगी। इसके साथ-साथ छोटी दीपावाली के दिन भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़ी झांकियां भी निकाली जाएगी।