यूपी: ताजमहल पर पढ़ी गई नमाज को लेकर आरटीआई रिपोर्ट में हुआ यह चौंकाने वाला खुलासा
आगरा। ताजमहल पर नमाज को लेकर लगातार विवाद हो रहा है। पुरातत्व विभाग रोज की नमाज पर प्रतिबंध लगा रहा है तो वहीं कुछ लोगों द्वारा नमाज पढ़ने की खबरे आ रही हैं। इन सब के बीच एक आरटीआई खुलासे ने विवाद को और गरमा दिया है। इसके अनुसार ताजमहल पर नमाज के लिए आज तक कोई अनुमति ही नहीं ली गई है। ताजमहल पर आज तक जो भी नमाज पढ़ी गई हैं वो सब बिना अनुमति के पढ़ी गई हैं। वहीं आरटीआई डालने वाले एक्टिविस्ट और इतिहासकार का कहना है कि ताजमहल पर बिना अनुमति नमाज पढ़ना गैरकानूनी है और इस पर रोक लगनी चाहिए।
ताजनगरी के प्रमुख इतिहासकार तवारूफ-ए-आगरा जैसी कई किताबें लिखने वाले राज किशोर राजे ने दिल्ली पुरातत्व निदेशक से ताजमहल की नमाज के सम्बंध में तीन बिंदुओं पर सूचना मांगी थी। पहली की शाहजहां के दरबारी लेखक अब्दुल हमीद लाहौरी की शाजहांनामा किताब या किसी अन्य किताब में ताजमहल पर स्थानीय लोगों की नमाज अदा करने की अनुमति का उल्लेख या किसीशाही फरमान की जानकारी विभाग को है? दूसरा 1803 से 1947 तक ब्रिटिश शासन में नमाज के लिए कोई आदेश जारी हुआ है। तीसरा की 1947 से स्वतंत्र भारत के अंदर क्या ताजमहल के अंदर नमाज पढ़ने की कोई राजाज्ञा है और है तो अवगत कराएं।
आरटीआई से मिली जानकारी के बाद अब राष्ट्रीय बजरंग दल नमाज का विरोध करेगा। क्योंकि जब अनुमति नहीं है तो वहां नमाज नहीं होनी चाहिए और अगर नमाज हो रही है तो उन्हें भी ताजमहल पर आरती और जलाभिषेक की अनुमति दी जाए। इसके लिए राष्ट्रीय बजरंग दल पुरातत्व विभाग का घेराव कर अपनी मांग रखेगा।
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