राज्य सभा में राजा भैया ने बिगाड़ा बीजेपी का गणित, एक रात में बदला खेल
इलाहाबाद। राज्य सभा चुनाव से पहले बीजेपी की मुश्किलें बढ़ गई है। राज्य सभा चुनाव में बीजेपी के चाणक्य अमित शाह का गणित कुंडा के बाहुबली विधायक राजा भैया बिगाड़ दिया है। बता दें कि बुधवार की रात अखिलेश यादव द्वारा आयोजित रात्रि भोज राजा भैया शामिल हुए। जिसके बाद उन्होंने सपा के पक्ष में वोट डालने का निर्णय लिया है।
गुण-गणित में जुटे दल
राज्य सभा चुनाव को लेकर हर दल अपनी गुणा गणित में जुटा हुआ है। एक-एक वोट सहेजने के लिए सियासी कसरत जारी है और निर्दल विधायकों को अपने खेमे में खींचने के लिए हर दल अपना पूरा जोर लगाए हुए हैं। फिलहाल भाजपा सेंधमारी के प्रयास में जुटी हुई थी और उसकी नजर राजा भैया और विनोद सरोज पर थी, लेकिन इन दोनों के अब सपा खेमे में चले जाने से भाजपा की धड़कन तेज हो गई है और विकल्प की तलाश होने लगी है।
भाजपा से बढी थी नजदीकी
दरअसल पिछले साल राजा भैया की बीजेपी से नजदीकी बड़ी थी और यहां तक कि सीएम योगी के साथ राजा भैया ने मंच भी साझा किया था। मंच साझा करने के बाद से ही राजा भैया के बीजेपी में जानेकी अटकलें लगाई जा रही थी। लेकिन, लोकसभा उपचुनाव के दौरान बसपा के सपा से मिलन पर जो समीकरण बनाया उससे आशान्वित राजा भैया ने राज्य सभा चुनाव में अपना रुख साफ कर दिया है। राजा भैया सपा के लिए वोट करेंगे और उन्होंने कहा है कि वह अखिलेश के साथ थे और रहेंगे।
एक रात में बदले समीकरण
बुधवार की रात में अखिलेश यादव द्वारा आयोजित रात्रि भोज में विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया अपने कनीज विधायक विनोद सरोज के साथ रात्रि भोज में शामिल होने पहुंचे। रात्रि भोज में शामिल होने के बाद राजा भैया ने काफी समय से चल रही अटकलों को पूरी तरह से विराम दे दिया है।
निर्दलीय विधायक हैं राजा भैया
बता दें कि राजा भैया हमेशा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ही चुनाव लड़ते हैं और विनोद सोनकर को वह अपने नाम पर चुनाव लड़ा कर विधायक बनाते हैं। निर्दल विधायक होने के कारण राजा भैया पर लगातार सभी की निगाहें बनी रहती हैं और उनका बड़ा कद और नाम हमेशा चर्चा में रहता है। हालांकि राजा भैया हमेशा से सपा को सपोर्ट करते रहे हैं और सपा सरकार में मंत्री भी बने है।