VIDEO: दसवीं के छात्र ने बनाई रेल दुर्घटनाओं को रोकने वाली अद्भुत डिवाइस
रायबरेली। देश में लगातार हो रही रेल दुर्घटनाओ को लेकर सरकार ही नहीं आम जनमानस भी अब सजग हो रहा है। इसी के चलते कक्षा दस के एक छात्र ने रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक नेक पहल की है। छात्र की नेक पहल का ही नतीजा है, कि उसने एक ऐसी डिवाइस तैयार की है जिसमें रेल की पटरी से किसी प्रकार की छेड़छाड की जाती है तो नजदीक के स्टेशन मास्टर के कक्ष में लाइट जलना बंद हो जाएगी। यही नहीं यह डिवाइस सोलर प्लांट से चल सकती है और अगर जमीनी हकीकत पर इसको उतारा जाए तो 5 किमी लंबी रेलवे पटरी पर इस डिवाइस का खर्च मात्र 4 से 5 हजार रूपये ही आएगा।
कक्षा दस का छात्र है अमन
दरअसल, रायबरेली शहर के सत्य निगर निवासी एस के पाण्डेय के बेटे अमन ने एक अनोखी डिवाइस तैयार की है। इस डिवाइस में उसने सोनार सिस्टम फिट किया गया है, जो 500-700 हर्ट तक तरंगे छोड़ता है। यह तरंगे इंसान को सुनाई नहीं देती। इस सोनार सिस्टम को लगाने के बाद अगर स्टेशन से 5 किमी की दूरी तक रेलवे लाइन पर कोई छेड़छाड़ करता हैं तो आासनी से पता लगाया जा सकता है। सोनार सिस्टम की मेजरमेंट डिस्टर्ब होगी तो पास के स्टेशन में लगे बल्ब बंद हो जाएंगे, जिससे पता चल सकेगा कि किसी ने पटरियों से छेड़छाड़ की है और इसी के सहारे दुर्घटनाएं रुक सकती हैं।
लगातार हो रही रेल दुर्घटनाओं से आहत था अमन
इस डिवाइस को तैयार करने वाले छात्र अमन से डिवाइस बनाने के पीछे का उद्देश्य पूछा गया तो उसने बताया कि लगातर हो रही रेल दुर्घटनाओं के कारण उसने ये डिवाइस बनाने की सोची। इस डिवाइस को तैयार करने में अमन को 2 महीने का वक्ता लगा। उसका ये भी कहना है कि इस डिवाइस को अगर अमली जामा पहनाया जाये तो रेल पटरी में 5 किमी के रेंज में इसका खर्च मात्र 3 से 4 हजार रूपये ही आयेगा और इसके सहारे रेल दुर्घटनाए रोकी जा सकती हैं। उसका यह भी कहना है कि अगर उसे सरकार सारी सुविधाएं मुहैया करा दे तो वह एक डिवाइस ऐसी तैयार कर सकता है कि जिससे अगर रेल पटरी में कोई छेड़छाड़ हुई है तो 5 किमी पहले ही रेल अपने आप रूक जाएगी और हादसा नहीं होगा।
सरकार से मदद की गुजारिश
वहीं अमन की इस पहल को जहां शहरवासी सराह रहे हैं, वहीं छात्र के परिजन भी अपने बेटे द्वारा तैयार की गई डिवाइस को देख कर काफी खुश है। परिजनों की माने तो मेरे बेटे के दिमाग में ये तब आया जब उसने देखा की आए दिन कहीं ना कहीं रेल दुर्घटनाएं के समाचार आते रहते हैं तो उसने यह सोचा की आखिर इसको कैसे रोका जाए, तो उसने यह डिवाइस तैयार की है।