NTPC Blast: BJP पर हमलावर हुईं अदिति सिंह, बोली एम्स होता तो बच सकती थीं कई जानें
रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में हुए NTPC ऊंचाहार ब्लास्ट के बाद रायबरेली सदर विधायक सुश्री अदिति सिंह ने आज एक होटल में प्रेस वार्ता का आयोजन किया। प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि यूपीए सरकार की ओर से रायबरेली में 1100 बेड के अत्याधुनिक एम्स के निर्माण का काम शुरू करवाया गया था, जिससे रायबरेली सहित आसपास के जिलों के लोगों को बेहतर इलाज मिल सके। लेकिन भाजपा सरकार के आने के बाद पिछले 3 सालों में एम्स के विकास के लिए दो प्रतिशत काम भी नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर आज रायबरेली एम्स के विकास कार्यों पर ध्यान दिया गया होता तो एनटीपीसी हादसे का शिकार हुए कई लोगों की जान बचाई जा सकती थी।
भाजपा आते ही बंद करवा दिया गया था एम्स का काम
अदिति सिंह ने कहा कि मैं इस भयावह घटना को लेकर राजनीति नहीं कर रही हूं । लेकिन जिस तरह से जनता के हित से जुड़े विकास कार्यों में राजनीति की गई है ,वह नहीं होनी चाहिए थी। रायबरेली एम्स के साथ यही हुआ है। इस सरकार में तो रायबरेली एम्स का बजट भी कम कर दिया गया है।
बजट में कर दी गई कमीं
रायबरेली सदर विधायक ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से गोरखपुर में एम्स का शिलान्यास किया जाता है, लेकिन पहले से प्रस्तावित रायबरेली एम्स को बजट उपलब्ध नहीं कराया जाता। यह गंदी राजनीति है और इससे आखिर में जनता ही परेशान होती है। द्वेषपूर्ण राजनीति के चलते रायबरेली में एम्स के समय से निर्माण व संचालन को लेकर लापरवाही बरती जा रही है।
57 एकड़ जमीन का अधिकरण बाकी
अदिति सिंह ने कहा कि एम्स के निर्माण के लिए प्रथम किस्त में 170 करोड़ रुपए मिलने के बाद बजट ना मिलने के कारण एम्स का विकास कार्य ठप हो गया है। साल 2009 में केंद्र सरकार की ओर से रायबरेली एम्स के निर्माण की मंजूरी मिली जिसके निर्माण में 839 करोड़ के बजट का निर्धारण किया गया। इसके बाद वर्ष 2012 में 97 एकड़ जमीन एम्स अस्पताल के लिए अधिकृत हुई ,लेकिन इसके बाद 57 एकड़ जमीन का अधिकरण अभी बाकी है। जुलाई 2015 में प्रोजेक्ट का बजट बढ़ाकर 1427 करोड़ किया गया है। लेकिन 170 करोड़ रुपए मिलने के बाद अगले बजट की मंजूरी केंद्र की व्यय वित्त समिति द्वारा नहीं दी गई। यह राजनीति नहीं है तो और क्या है। भाजपा सरकार में जनता के साथ केवल खिलवाड़ किया जा रहा है।
1427 करोड़ का प्रोजेक्ट ओपीडी बनने के बाद भी नहीं हो सका शुरू
अदिति सिंह ने कहा कि रायबरेली व आसपास के जिलों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के उद्देश्य कांग्रेस अध्यक्ष और रायबरेली सांसद सोनिया गांधी ने यहां एम्स की नीव रखी थी। लेकिन यूपीए सरकार जाने के बाद इसके विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। पूरे 8 साल बीतने को हैं, लेकिन एम्स अस्पताल का प्रथम फेज का निर्माण कार्य ही पूरा हो सका है। 1427 करोड़ से अधिक के इस प्रोजेक्ट में ओपीडी बनने के बाद भी नहीं चालू हो सकी है। इसको लेकर कई बार मेरी और से धरना प्रदर्शन भी किया गया है। लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है।
जनता के हक के लिए उतरेंगी सड़कों पर
अदिति सिंह ने कहा कि एम्स के विकास कार्यों को चलाने के लिए अब वह जनता के साथ सड़क पर उतरेंगे और जनता को उसका हक दिलाकर ही दम लेंगी। एनटीपीसी ऊंचाहार में बिल्डिंग का काम अभी पूरा भी नहीं हो पाया था लेकिन ट्रायल के आधार पर इसे चलाया जा रहा था। इस लापरवाही के चलते कई परिवार बर्बाद हो गए प्रदेश सरकार से मेरी मांग है कि मामले की न्यायिक जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। मैं इस घटना में शिकार हुए सभी पीड़ितों के साथ हूं और उनकी हर संभव मदद करके उन्हें कुछ राहत पहुंचाने का प्रयास करुंगी।
जनता के हक के लिए उतरेंगी सड़कों पर
अदिति सिंह ने कहा कि एम्स के विकास कार्यों को चलाने के लिए अब वह जनता के साथ सड़क पर उतरेंगे और जनता को उसका हक दिलाकर ही दम लेंगी। एनटीपीसी ऊंचाहार में बिल्डिंग का काम अभी पूरा भी नहीं हो पाया था लेकिन ट्रायल के आधार पर इसे चलाया जा रहा था। इस लापरवाही के चलते कई परिवार बर्बाद हो गए प्रदेश सरकार से मेरी मांग है कि मामले की न्यायिक जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। मैं इस घटना में शिकार हुए सभी पीड़ितों के साथ हूं और उनकी हर संभव मदद करके उन्हें कुछ राहत पहुंचाने का प्रयास करुंगी।
ये भी देखें- खाते-खाते गले में चिपक गया कुरकुरे, दम घुटने से हो गई मासूम की मौत