आग की भट्टी में तब्दील हो गया घर, जलकर मलबे में दफ्न हो गए बाप-बेटे
रायबरेली। रायबरेली जिले के महाराजगंज कोतवाली क्षेत्र में ओथी गांव में बीती रात करीब 2 बजे गरीब किसान के कच्चे मकान में भीषण आग लग गई। जिसकी चपेट में आकर पिता-पुत्र के बुरी तरह से जलने के पश्चात छत के मलबे में दबकर दर्दनाक मौत हो गई। कड़ी मशक्कत के बाद मृतकों के शव को जेसीबी मशीन से खोदकर मलबे से बाहर निकाला गया। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया।
परिजनों एवं ग्रामीणों ने बताया कि रात करीब 2 बजे गरीब कृषक उजागर पुत्र स्वर्गीय जगन के मिट्टी और खर-फूस के बने कच्चे मकान में अज्ञात कारणों से भीषण आग लग गई। जब तक घर वाले कुछ समझ पाते पूरा आशियाना धू-धू कर जलने लगा। घर वालों की चीख-पुकार सुनकर नींद से जागे ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। आग की उठती तेज लपटों के बीच आशियाने के पिछले हिस्से में रखे सामान को निकालने के लिए घर के अंदर गए पिता उजागर (68) पुत्र स्वर्गीय जगन व पुत्र रामनरेश पुत्र उजागर (40) अंदर ही आग की लपटों में घिर कर बुरी तरह से जल गए, उसी दरमियान जलती हुई धन्नियों के साथ गिरी कच्ची छत के मलबे में दबकर पिता-पुत्र की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। किंतु आग की तेज उठती लपटों से सुर्ख लाल हो चुकी दीवारों और छत के मलवे को हटाने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पाया। ग्रामीणों द्वारा लगातार फायर ब्रिगेड को फोन करने के पश्चात सुबह करीब 5:30 बजे मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी से किसी तरह आग पर काबू पाया गया। विडंबना रही की दमकल के अलावा प्रातः 6 बजे तक शासन-प्रशासन का कोई भी अधिकारी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। इतनी बड़ी हृदय विदारक घटना होने के बाद भी शासन प्रशासन लापरवाह नजर आया।
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