एनटीपीसी बॉयलर ब्लास्ट: 32 नहीं 45 लोगों की हुई थी मौत, RTI से हुआ खुलासा!
रायबरेली। दो महीने पहले रायबरेली-ऊंचाहार में स्थित एनटीपीसी में हुए बॉयलर ब्लास्ट में 32 नहीं बल्कि 45 लोगों की मौत हो गई थी। इस बात का खुलासा इंडियन एक्सप्रेस द्वारा दायर की गई एक आरटीआई के जरिए हुआ है। बता दें कि 3 नवंबर को हादसे के दो दिन बाद कंपनी ने आधिकारिक तौर पर 32 मौतें होने की घोषणा की थी जो कि आरटीआई के खुलासे के बाद गलत साबित हुई है।
ऊंचाहार में स्थित एनटीपीसी में हुए बॉयलर ब्लास्ट के संबंध में डाली गई याचिका में पता चला है कि मरने वाले 45 लोगों में से 42 लोग कांट्रेक्ट वर्कर थे। जिसमें से 2 सीमेन्स लिमिटेड कंपनी और 32 विजयवाड़ा की इंडवैली कंपनी के कर्मचारी थे जो हादसे के वक्त बॉलर में पेंटिंग कर रहे थे। बाकी मरने वालों में से 3 तीन मैनेजर संजीव कुमार, प्रभात श्रीवास्ताव और मिश्री राम जी थे। मरने वालों में ए आर सिंह कंस्ट्रक्शन, पावर मेच प्रोजेक्ट्स, अमित इंटरप्राइजेज, आर के कंस्ट्रक्शन, पी के कंस्ट्रक्शन, पी के त्रिपाठी, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग वर्क्स और विजय कंस्ट्रक्शन के कर्मचारी थे।
इंडियन एक्सप्रेस द्वारा बार बार पूछे जाने पर एनटीपीसी ने बताया कि 40 लोग जो कि कांट्रेक्ट वर्कर थे, सभी हादसे में ही घायल हुए थे। एनटीपीसी ने बताया कि कंपनी की आंतरिक जांच कमेटी को 3 दिसंबर तक अपनी रिपोर्ट पेश करनी थी जो कि 17 जनवरी 2018 तक भी नहीं पेश की जा सकी है। एनटीपीसी के प्रवक्ता के मुताबिक ये रिपोर्ट जल्द ही आगामी दिनों में जमा कर दी जाएगी।
सहायता राशि के बारे में मांगी गई जानकारी के जवाब में एनटीपीसी ने बताया कि मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार वालों को 20 लाख रुपये सहायता राशि दी गई है। इसके अलावा 3.47 करोड़ का अमाउंट संबंधित कांट्रेक्ट कंपनियों, काम कर रहे कर्मचारियों की ओर से एनटीपीसी ने अस्थाई रूप से मृत व्यक्ति के परिवारी जनों को दिए हैं।