पूर्वांचल के कुख्यात डॉन मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में गोली मारकर हत्या
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बागपत: पूर्वांचल के कुख्यात डॉन प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई है। मुन्ना बजरंगी को रविवार को झांसी जेल से बागपत लाया गया था। डीआईजी कानून एवं व्यवस्था प्रवीन कुमार ने जेल के अंदर मुन्ना बजरंगी की हत्या की पुष्टि की। जबकि आज ही बागपत में रेलवे से जुड़े एक मामले में सुनवाई भी थी। वहीं, कुख्यात सुनील राठी गैंग पर मुन्ना बजरंगी की हत्या कराने का आरोप है। जेल में हुई इस हत्या ने यूपी की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
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झांसी ये बागपत लाया गया था
इसके पहले झांसी की जेल में बंद माफिया डॉन प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी ने कोर्ट में अर्जी देकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी। मुन्ना बजरंगी को आशंका थी कि पेशी के दौरान उसका एनकांउटर हो सकता है। मुन्ना बजरंगी की पत्नी ने भी कुछ दिनों पहले ऐसी आशंका जताई थी और कहा था कि उनके पति को फर्जी मुठभेड़ में मारा जा सकता है।
जबकि दिसंबर 2017 में ही माफिया डॉन प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी के खास मोहम्मद तारिक गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ठेकेदार मोहम्मद तारिक को लखनऊ के गोमतीनगर थाना क्षेत्र में दयाल पैराडाइज चौराहे से 100 मीटर दूर ग्वारी फ्लाईओवर पर मार दिया गया था।
जौनपुर का रहने वाला था मुन्ना बजरंगी
मुन्ना बजरंगी का असली नाम प्रेम प्रकाश सिंह है और उसका जन्म 1967 में जौनपुर जिले के पूरेदयाल गांव में हुआ था। उसके पिता पारसनाथ सिंह उसे बड़ा आदमी बनाना चाहते थे लेकिन प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी ने पांचवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। किशोर अवस्था तक आते आते उसे कई ऐसे शौक लग गए जो उसे जुर्म की दुनिया में ले जाने के लिए काफी थे।
पूर्वांचल का कुख्यात माफिया था बजरंगी
मुन्ना अपराध को इसी दौरान जौनपुर के स्थानीय दबंग माफिया गजराज सिंह का संरक्षण हासिल हो गया और उसके बाद मुन्ना गजराज सिंह के लिए काम करने लगा। साल 1984 में मुन्ना ने लूट के लिए एक व्यापारी की हत्या कर दी थी। उसके मुंह खून लग चुका था और इसके बाद उसने गजराज के इशारे पर जौनपुर के भाजपा नेता रामचंद्र सिंह की हत्या कर पूर्वांचल में सनसनी फैला दी थी। इसके बाद से उसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और जुर्म की दुनिया का बड़ा नाम बन गया।