'अबकी बार हिन्दू सरकार' नारे के साथ प्रवीण तोगड़िया ने किया राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान
अयोध्या। अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने बड़ा ऐलान किया है। प्रवीण तोगड़िया ने संकल्प सभा में मंगलवार को अपनी राजनीतिक पारी में उतरने का ऐलान किया है। प्रवीण तोगड़िया लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। साथ ही अल्पसंख्यक जनसंख्या नियंत्रण पर कानून बनाने की बात कही। प्रवीण तोगड़िया ने हिंदू संगठनों से जुड़ने का आह्वान किया है। प्रवीण तोगड़िया दिल्ली में पार्टी के नाम की घोषणा करेंगे।
अन्तराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने मंगलवार को अयोध्या में नई राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान किया। अयोध्या में आयोजित संकल्प सभा में बोलते हुए तोगड़िया ने कहा कि एक महीने बाद दिल्ली में नई पार्टी के नाम की घोषणा की जाएगी। तोगड़िया ने अन्य हिंदू संगठनों को भी नई पार्टी से जुड़ने का आह्वान किया। सूत्रों के मुताबिक प्रवीण तोगड़िया की नई पार्टी का नाम राष्ट्रीय जनता पार्टी हो सकता है।
तोगड़िया ने 'अबकी बार हिंदू सरकार' का नारा देते हुए कहा कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में उतरेगी। सरकार बनने के तीन माह के भीतर ही अयोध्या, काशी और मथुरा में मंदिर निर्माण शुरू होगा। साथ ही अल्पसंख्यक जनसंख्या नियंत्रण पर कानून भी बनेगा। उन्होंने एक बूथ 25 यूथ का भी नारा दिया। तोगड़िया ने खुद भी चुनाव लड़ने की बात कही। प्रवीण तोगड़िया ने कहा है कि वे 'राम मंदिर नहीं, तो वोट नहीं' आंदोलन को खत्म करने वाले नहीं हैं। अबकी बार हिंदुओं की सरकार बनेगी। जल्द ही इस पर फैसला होगा कि किसे वोट देना है। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि अब जनता के सामने एक नया विकल्प देना है। उन्होंने कहा कि जो भी राम मंदिर निर्माण की बात करेगा, वोट उसी को मिलेगा।
आपको बता दे कि बीते दो दिनों से प्रवीण तोगड़िया अयोध्या में राम मंदिर को लेकर संकल्प यात्रा निकाल रहे है। तोगड़िया ने पहले शनिवार को राजधानी लखनऊ में सभा की इसके बाद अयोध्या की तरफ कूच कर दिया। सोमवार को प्रशासन की इजाजत के बिना तोगड़िया सरयू पर सभा करने पहुंच गए। तोगड़िया राम जन्मभूमि की तरफ जैसे ही कूट किया प्रशासन ने बीच रास्ते में रोक दिया। इसके बाद कार्यकर्ताओं और पुलिस प्रशासन के बीच जमकर झड़प हुई। बैरियर को हटाकर कार्यकर्ता जबरन घुसने लगे। इसके बाद प्रशासन ने कार्यकर्ताओं पर हल्का बल प्रयोग किया। इसमें कई कार्यकता घायल हो गए। तोगड़िया पिछले 32 सालों से राम मंदिर निर्माण को लेकर आंदोलन कर रहे है। उनकी मांग है कि संसद में कानून बनाकर राम मंदिर बनाए।