VIDEO: इस हिंदू लड़की से कुरान पढ़ने के लिए लगती है मुस्लिम बच्चों की भीड़
पूजा का मानना है कि आपसी सद्भाव ही शांती का रास्ता दिखाता है। जिन लोगों को भाषा और मजहब का बैर है वो केवल एक घटिया सोच है।
आगरा। समाज में जहर घोलकर अराजक तत्व माहौल को खराब करने की फिराक में रहते हैं, छोटी-छोटी बात में सांप्रदायिक तनाव का माहौल बन जाता है। वहीं ताजनगरी में दो हिंदू बहनें धार्मिक सद्भाव की मिसाल बन गई हैं। शिक्षा के जरिए वो जहां मासूमों का भविष्य संवारने में लगी हुई हैं। वहीँ हिंदू-मुस्लिम बच्चों को गीता, कुरान सिखाने में कड़ी शिद्दत से लगी हुई हैं। ताकि उन मासूमों की दुनिया बदलने के साथ उनका रब भी उनसे राजी हो जाए।
दरअसल हम बात कर रहे हैं ताजनगरी आगरा के संजय नगर स्थित कृपाल कॉलोनी की। जहां दो बहने दुनिया को नया रास्ता दिखाने की कोशिश कर रही हैं। इसके साथ मोहब्बत और भाईचारे के साथ रहने की भी हिदायत दे रही हैं। आपको बता दें कि कृपाल कॉलोनी में भाजपा नेता एवं समाजसेवी रानी कुशवाहा की दो होनहार बेटियां हैं। कृपाल कॉलोनी में हिंदू-मुस्लिम समाज के लोग बड़े प्रेम के साथ रहते हैं। यही वजह है कि यहां कि रहने वाली दो बहने पूजा और नंदनी ने दो साल पहले गरीब बच्चों को ट्यूशन देने की कवायद शुरू की थी।
धीरे-धीरे ये ट्यूशन में पूजा ने धर्मिक सद्भाव का रंग घोल दिया। पूजा बताती है कि दो साल पहले मैंने शौकिया तौर पर अपने दोस्त संगीता बेगम से उर्दू पढ़ना शुरू किया था। कुछ महीने बाद वो कुरान पढ़ने लगी। इसके साथ उसने हिंदू-मुस्लिम बच्चों को कुरान और उर्दू का ज्ञान देना शुरू कर दिया। पूजा के मुताबिक शुरुआत में जब वो उर्दू सीखती थी तब उसको समाज के ताने सुनने पड़ते थे। लेकिन परिवार की हिम्मत से वो कदम से कदम मिलाकर चल पड़ी। पूजा का कहना है कि वो जिन बच्चों को अरबी में कुरान पढ़ाती हैं। वहीं उनके मुरीद हैं, पूजा का मानना है कि आपसी सद्भाव ही शांती का रास्ता दिखाता है। जिन लोगों को भाषा और मजहब का बैर है वो केवल एक घटिया सोच है।
देखिए VIDEO...
वहीं
पूजा
की
बहन
भी
कॉलेज
से
एमए
कर
रही
है।
वो
मदर
टेरेसा
से
काफी
इंस्पायर
है।
इस
दौरान
जब
उससे
बहन
की
इस
पहल
के
बारे
में
पूछा
गया
तो
वो
उसने
भी
काफी
आत्मविशवास
से
इसका
समर्थन
किया।
वो
भी
बहन
पूजा
से
कुरान
सीख
अब
बच्चों
को
निशुक्ल
ट्यूशन
पढ़ाती
हैं।
इस
दौरान
मासूम
बच्चों
से
जब
ये
पूछा
गया
कि
वो
कुरान
को
हिंदू
टीचर
से
पढ़ने
क्यों
आते
हैं
तो
बच्चे
बेहद
उत्साहित
नजर
आए।
इतना
ही
नहीं
पूजा
से
कुरान
पढ़ने
हिंदू
बच्चे
भी
आते
हैं।
गौरतलब है कि ताजनगरी आगरा ताजमहल की वजह से दुनिया में देश का प्रतिनिधित्व करता है। यहां कि मोहब्बत वाली मिसालों की महक दुनियाभर में है। यही वजह है कि सात समुंदर पार से लोग ताजनगरी में दौड़े चले आते है। यहां के लोग ऐसी सभ्यता का हिस्सा हैं जहां राम रोदा रखता है तो रहीम गीता के श्लोकों में खो जाता है। ईद, दीपावली से लेकर रमजान तक में हर धर्म का इंसान यहां आस्थावान रखता है। इसलिए ताजनगरी में ऐसी तमाम मिसालें है जो धर्म, जाति और समुदाय में बांटने वाली अपाहिज सियासत को ललकारती नजर आती है।