यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा: लाखों रुपए में इस तरह परीक्षा पास करवाता है यह बिहारी गैंग
वाराणसी। यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में शुक्रवार को वाराणसी में दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया गया जो किसी दूसरे अभ्यर्थी के नाम पर परीक्षा देने आए थे। पकड़े गए दोनों आरोपियों की निशानदेही पर लखनऊ पुलिस ने भी एक शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस की गिरफ्त में आए ये दोनों आरोपी कैंट थाना क्षेत्र के पाण्डेपुर के एक परीक्षा सेंटर से पकड़े गए हैं। ये आरोपी इलाहाबाद के दो अभ्यर्थियों के नाम पर फर्जी आधार कार्ड और तमाम दस्तावेजों के सहारे परीक्षा देने आए थे। यही नहीं पुलिस ने बताया कि इनके पास से इनकी फोटो लगी अलग-अलग नाम से दर्जनों आई कार्ड और आधार बरामद हुए हैं।
देशभर में फैला है बिहारी गैंग का नेटवर्क
दोनों आरोपियों की माने तो इसके पहले भी वो एसएससी की परीक्षा में शामिल हुए थे। करीब आधा दर्जन लोगों का ऐसा गिरोह है जो बिहार का रहने वाला है और दूसरे के नाम पर परीक्षा देकर पहले 10 हजार और अभ्यर्थियों के पास होने पर लाखों रुपए लेता है। यही नहीं पकड़े गए दो आरोपियों ने बताया कि इनका नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है।
बनना चाहते थे अधिकारी करतूत ने किया सलाखों के पीछे
सीओ कैण्ट आईपीएस अनिल कुमार ने बताया कि कैंट थाना क्षेत्र के पाण्डेपुर इलाके के स्कूल बैजनाथ सेवा संस्थान में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से पुलिस को दर्जनों फर्जी आधार कार्ड और पहचान बरामद किया गया है। शुक्रवार की पहली पाली में ये दूसरे के नाम पर एडमिट कार्ड और आधार कार्ड पर अपनी फोटो लगाकर परीक्षा देने आए थे। यही नहीं इनकी निशानदेही पर लखनऊ में भी एक शख्स को लखनऊ पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने इनके पास से इनकी ही तस्वीर लगी अलग-अलग नामों से कई एडमिट कार्ड और दस्तावेज बरामद किए हैं। इनके मोबाइल से पुलिस को कई महत्वपूर्ण डाटा मिले हैं।
आरोपियों की माने तो गिरोह का सरगना उपेंद्र है जो फोन पर ही सारी डीलिंग करता है। फिलहाल इसमें दोनों ने 16 अक्टूबर को भी एसएससी की कानपुर और वाराणसी में परीक्षा दी थी। आरोपियों का कहना है कि वो भी एक अधिकारी बनना चाहते थें लेकिन यह सपना पूरा ना पाने की वजह से वो इस तरह के दो नंबरी काम करने लगें।
22 फीसदी लोगों परीक्षा में नहीं हुए शामिल
सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए कुल 9.72 लाख लोगों ने आवेदन किया था। इसमे से लगभग 22 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में भाग नहीं लिया। इसी बीच लगातार परीक्षा में हो रही गड़बड़ियों के आने व सॉल्वरों के लगातार पकड़े जाने के बाद यूपी के सभी जिलों के 481 केंद्रों पर पहरा और कड़ा कर दिया गया। डीजीपी ओपी सिंह ने परीक्षा केंद्रों को दौरा किया। एडीजी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड दीपेश जुनेजा ने बताया कि दोनों दिन तीन पालियों की परीक्षा में 22 प्रतिशत अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने बताया कि आरोपितों से लंबी पूछताछ के आधार पर कुछ संदिग्धों की तलाश की जा रही है।
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