थाने के अंदर दारोगा की सब्जी वाले चाकू से गोदकर हत्या, 20 घंटे बाद मिला था शव
कानपुर। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद है कि एक दारोगा को थाने के अंदर घुसकर चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई। दारोगा के गले, सीने और पेट में आधा दर्जन से ज्यादा वार किए गए थे। मंगलवार की शाम को इस घटना का खुलासा तब हुआ जब थाने के मुंशी उनके आवास पर पहुंचे तो शव देखकर सन्न रह गए। थाने में हत्या की सूचना पर पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। सूचना पर आईजी, एसएसपी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। फॉरेंसिक विभाग ने टीम ने घटना स्थल से एक चाकू भी बरामद किया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, मामला कोतवाली देहात के सजेती थाने का है। सजेती थाने के थाना अध्यक्ष बच्चा लाल गौतम (58) मूलरूप से सीतापुर के राम कुंडा गाँव के रहने वाले थे। इनका ट्रांसफर इटावा हो गया था, लेकिन वह रिलीव नही हुए थे और सजेती थाने में ही तैनात थे क्यों कि वह दो साल बाद रिटायर होने वाले थे। बताया जाता है कि मंगलवार की देर शाम थाने के मुंशी अजय पाल परिसर स्थित उनके आवास में पहुंचे तो शव देखकर सन्न रह गए। बच्चा लाल गौतम की चाकुओं से गोद कर निर्मम हत्या की गई थी। मुंशी की सूचना पर एसएसपी अखिलेश कुमार और एसपी ग्रामीण प्रद्युम्न सिंह फॉरेंसिक विभाग की टीम मौके पर पहुंच गए। घटना की खबर मिलते ही आईजी आलोक सिंह भी मौके पर पहुंच गए।
क्या कहती है पुलिस
एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि फॉरेंसिक विभाग ने घटना स्थल से एक सब्जी काटने वाला चाकू और कई साक्ष्य लिए है। उन्होंने बताया कि घटना स्थल से कुछ साक्ष्य मिले है, उनके आधार पर चार टीम गठित करके रवाना की गई है। उन्होंने बताया कि जल्दी इस केस का खुलासा कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि घटना स्थल देखकर ऐसा लगता है की घटना में किसी करीबी का हाथ है। एसएसपी ने बताया कि सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर मामले की जांच की जा रही है।
पहली पत्नी के रहते हुए की थी दूसरी शादी
एसएसपी अखिलेश कुमार की माने तो दारोगा बच्चा सिंह ने दो शादियां की थी। पहली शादी से बीवी और बच्चे सीतापुर गाँव में ही रहते थे। वहीं दूसरी शादी उन्होंने तब की थी जब वह हरदोई में तैनात थे। उन्होंने एक महिला से प्रेम विवाह किया था। दूसरी शादी से उनके दो बेटिया थी। जोकि कानपुर में ही रह रही है।
दो दिन से थाने में पड़ा था दारोगा का शव
बच्चा लाल को सोमवार की रात दस बजे मोबाइल पर किसी से बात करते हुए देखा गया था। मंगलवार को जब वह ड्यूटी पर नहीं आए तो थाने के मुंशी अजय पाल ने उन्हें कमरे में देखने के लिए गया था। हैरानी की बात यह है कि थाने परिसर के अंदर घुस कर उनकी हत्या कर दी गई और किसी को कानों-कान खबर तक नहीं हुई। इसके बाद हत्यारा बड़ी आसानी से फरार हो गया, इससे भी ज्यादा लापरवाही की बात यह रही कि लगभग 20 घंटे तक थाने परिसर में बने कमरे में उनका शव पड़ा रहा।