गाजीपुर: PM की रैली के बाद बवाल, भीड़ ने ली कांस्टेबल की जान, CM योगी ने किया 40 लाख मुआवजे का ऐलान
गाजीपुर। गाजीपुर जिले में प्रधानमंत्री की रैली के बाद लौट रहे वाहनों पर शनिवार को एक स्थानीय पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पथराव कर दिया। इस पथराव में एक पुलिस सिपाही की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृत सिपाही के परिजनों को 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता, एक परिजन को नौकरी तथा असाधारण पेंशन दिए जाने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने सुरेश वत्स की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया। गाजीपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के कारण राष्ट्रीय निषाद पार्टी के कार्यकर्ता शहर में जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे थे जिनको पुलिस प्रशासन ने रोक रखा था।
कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जब प्रधानमंत्री शहर से चले गए तब पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहर में कई जगहों पर जाम लगा दिया और रैली से लौट रहे वाहनों पर पथराव करने लगे। इस जाम को खुलवाने में जिले के थाना करीमुद्दीन पुर में पदस्थ सिपाही सुरेश वत्स (48) भी लगे हुए थे। पथराव में एक पत्थर सुरेश के सिर में भी लग गया और वह बुरी तरह से जख्मी हो गये। उन्हें तुंरत अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
एसएसपी के मुताबिक इस दौरान करीब 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है और वीडियोग्राफी की मदद से अन्य प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा रही है। शहीद सिपाही सुरेश प्रतापगढ़ के रानीगंज के रहने वाले थे। आपको बता दें कि इस महीने राज्य में यह दूसरा मामला है, जब भीड़ ने पुलिसकर्मी की हत्या की है। इससे पहले 3 दिसंबर को बुलंदशहर में गोहत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
पत्थरबाजी के जवाब में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी बरसाए पत्थर
आपको बता दें कि शनिवार को रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराजा सुहेलदेव पर डाक टिकट जारी करने के साथ ही मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी किया। इस रैली में हिस्सा लेने के लिए आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में बीजेपी समर्थक आए थे। रैली से लौटने के दौरान गाजीपुर कठवा मोड़ के पास बीजेपी समर्थकों की गाड़ियों पर एसबीएसपी के समर्थकों की ओर से अचानक पथराव शुरू हो गया। पथराव का जवाब बीजेपी समर्थकों ने भी ईंट-पत्थर चलाकर दिया। पथराव के चलते बीजेपी जनप्रतिनिधियों की गाड़ियां भी फंसी रहीं।
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह दोनों तरफ के उग्र लोगों को शांत कराया और बीजेपी समर्थकों की गाड़ियां आगे रवाना कीं। बीजेपी नेताओं का दावा है कि राजभर समुदाय की भारी भीड़ गाजीपुर रैली में देखकर ओमप्रकाश राजभर के समर्थकों ने मायूसी में यह कदम उठाया। गौरतलब है कि एसबीएसपी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया था और निमंत्रण मिलने के बावजूद रैली में नहीं गए।