फोटोकॉपी मशीन से छाप रहा था 2000 के नोट, कहा नोटबंदी के बाद आया आईडिया
यूपी के सहारनपुर में तीन युवकों ने ऐसा ही कुछ सोचा और केंद्र सरकार ने 2000 रुपये का नया नोट शुरु करने के बाद नकली नोट छापने लगे लेकिन इनकी जल्दी अमीर बनने की लगन ने इन्हें जेल पहुंचा दिया।
सहारनपुर। जल्दी अमीर बनने की चाहत किसे नहीं है। इसके लिए कुछ लोग जहां अपनी मेहनत से अपने कारोबार को आगे बढ़ाते हैं, वहीं कुछ लोग गलत राह पर चल निकलते हैं। यूपी के सहारनपुर में तीन युवकों ने ऐसा ही कुछ सोचा और केंद्र सरकार ने 2000 रुपये का नया नोट शुरु करने के बाद नकली नोट छापने लगे लेकिन इनकी जल्दी अमीर बनने की लगन ने इन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
सहारनपुर पुलिस ने बुधवार को क्राइम ब्रांच की टीम के साथ मिलकर तेलीपुरा गांव गई जहां से जुलफान उर्फ सुल्तान पुत्र जमशेद निवासी ग्राम झरौली थाना सरसावा, इकराम उर्फ सोनू पुत्र अख्तर निवासी इंद्रा चौक मंसूर कालोनी सहारनपुर तथा अब्दुल मलिक पुत्र अब्दुल खालिक निवासी ग्राम चालाकपुर को एक लाख 24 हजार रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया।
पूछताछ के दौरान तीनों अभियुक्तों ने बताया कि तीनों ने मिलकर दो हजार रुपये के नकली नोट छापने के लिए सबसे पहले एक प्रिंटिंग मशीन खरीदी और नोट छापने के लिए फोटो स्टेट मशीन में प्रयोग होने वाले कागज और स्याही सहारनपुर से खरीदा करते थे। इस काम को वह पिछले दो माह से करते आ रहे हैं। अभियुक्तों ने बताया कि एक व्यक्ति उन्हें तीस हजार रुपये के असली नोट देकर एक लाख के नकली नोट खरीदता था। आरोपियों ने बताया कि जिस दिन बाजार में केंद्र सरकार ने 2000 रुपये का नोट उतारा था, उसी दिन उनके दिमाग में नकली नोट छापकर अमीर बनने का जुनून जाग्रत हुआ था।