मेरा कोई सम्मान नहीं करता, मरने के बाद करेंगे सम्मान: मुलायम सिंह
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संरक्षक व पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव का दर्द एक निजी कार्यक्रम के दौरान छलक उठा। उन्होंने कहा कि आज हमारा कोई सम्मान नहीं करता, लेकिन मेरे मरने के बाद शायद करें। मुलायम ने यह बात राजधानी लखनऊ के कैसरबाग स्थित गांधी प्रेक्षागृह में कहीं।
इस कार्यक्रम में मुलायम ने भगवती के साथ संस्मरणों को साझा करते हुए कहा कि मेरा साथ ऐसा होगा, लोग मरने के बाद सम्मान करेंगे। इससे पहले राम मनोहर लोहिया के साथ भी ऐसा ही हुआ था।
मुलायम सिंह ने बताया कि वह भी इसी तरह कहा करते थे कि उनका कोई सम्मान नहीं करता। उन्होंने कहा कि वे पुराने समाजवादी साथी रहे और पार्टी को बनाने में उनका बड़ा योगदान रहा था। संघर्ष के दौर में जब समय पर खाना भी नहीं मिलता था, उस समय वे चना खाकर पेट भरा करते थे। उनके साथ कई दशकों का साथ है।
पूर्व सपा अध्यक्ष ने कहा कि डॉ. लोहिया, चन्द्रशेखर और राजनारायण जैसी शख्सियत के साथ बैठकर भगवती सिंह ने राजनीति सीखी। पार्टी को मजबूत करने में भगवती ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। इतना ही नहीं, संघर्ष के दिनों में भी हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर साथ रहे। साथ ही उन्होंने कहा कि भगवती का कोई जोड़ नहीं है।
मुलायम सिंह ने पुराने दौर को याद किया और कहा कि हमारे लोग नहीं चाहते थे कि भारतीय जनता पार्टी के नेता, समाजवादी पार्टी में शामिल हों। मुलायम सिंह की इस बात का इशारा कल्याण सिंह की तरफ था। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद हमने उन्हें पार्टी ज्वाइन कराई और उनके पार्टी से जाने के बाद अपने लोगों से हमने माफी भी मांगी। बता दें कि मुलायम सिंह यादव इससे पहले भी इस तरह की नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं।