बीजेपी विधायक के सामने गुर्गों ने डॉक्टर को पीटा, गुस्साए कर्मचारियों ने ठप की इमरजेंसी सेवाएं
जिससे आक्रोश में आकर भीम ने इस बात की शिकायत विधायक से की और कुछ देर के बाद विधायक अपने अन्य समर्थकों के साथ अस्पताल में आ धमके। इसके बाद वॉर्ड में मौजूद डॉक्टर की जमकर धुनाई कर दी।
सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिला अस्पताल में लंभुआ विधानसभा के बीजेपी विधायक देवमणि दुबे के गुर्गों ने उनकी मौजूदगी में जिला अस्पताल की इमरजेंसी में घुसकर दिव्यांग डॉक्टर की जमकर धुनाई कर दी। आक्रोशित स्वास्थ्य कर्मियों ने इसके बाद इमरजेंसी सेवाएं ठप कर दीं। खैर सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को तितर-बितर किया। बाद में दोनों ओर से कोतवाली नगर में तहरीर दी गई।
समर्थकों की शिकायत पर विधायक पहुंचे थे लंभुआ
दरअसल मामला ये था कि विधायक लंभुआ देवमणि दुबे समर्थक भीम सिंह जिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती हुआ था, जिसे वॉर्ड में ले जाकर भर्ती करना था। लेकिन ड्यूटी पर तैनात वॉर्ड ब्वाय काम में लापरवाही बरतता रहा, जिससे आक्रोश में आकर भीम ने इस बात की शिकायत विधायक से की और कुछ देर के बाद विधायक अपने अन्य समर्थकों के साथ अस्पताल में आ धमके।
दो सिपाहियों ने पिटते हुए डॉक्टर को बचाया
लोगों की मानें तो विधायक ने इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर दीपक जायसवाल से जानकारी लेनी चाही कि तब तक विधायक समर्थक दिव्यांग डॉक्टर दीपक जायसवाल पर टूट पड़े और उनकी धुनाई शुरू कर दी। तभी एक आरोपी का मेडिकल कराने के लिए दो सिपाही इमरजेंसी में पहुंचे, यहां डॉक्टर को पिटता देख सिपाहियों ने बीच-बचाव किया, तब जाकर डॉक्टर की जान बच सकी लेकिन डॉक्टर को काफी चोट आ गई थी।
अज्ञात के विरुद्ध डॉक्टरों ने कोतवाली में दी तहरीर
घटना के बाद अन्य डॉक्टर, साथी डॉक्टर दीपक जायसवाल के पास पहुंचे, यहां विधायक समर्थकों की पिटाई से बेहाल हुए साथी डॉक्टर को देख डॉक्टर आक्रोशित हो उठे। उन्होंने तत्काल इमरजेंसी और चिकित्सीय सेवा ठप कर दी। इसके बाद सभी डॉक्टर सीएमएस योगेंद्र यती के पास पहुंचे, लेकिन सीएमएस डॉक्टर के बचाव में उतरने की बजाए चुप्पी साधे रहे। सूत्रों की मानें तो सीएमएस की ये चुप्पी ऊपर के दबाव के कारण सधी थी। खैर इसके बाद सभी डॉक्टर कोतवाली पहुंचे और यहां डॉक्टरों की ओर से भी अज्ञात लोगों के विरुद्ध एक तहरीर पुलिस को दी गई।
विधायक ने डॉक्टर और स्टाफ पर लगाया लापरवाही का आरोप
उधर अस्पताल में हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद बीजेपी विधायक समर्थकों को लेकर कोतवाली नगर पहुंचे। यहां उन्होंने डॉक्टर पर लापरवाही और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया। विधायक ने बचाव में उतरे दोनों सिपाहियों पर नशे में गाली-गलौज करने का भी आरोप मढ़ा और फिर विधायक की ओर से एक तहरीर कोतवाली नगर में दी गई। जिससे कोतवाली में घंटों गहमा-गहमी रही।
जांच के बाद दर्ज होगा केस
फिलहाल कोतवाली नगर के इंचार्ज एसके मिश्रा ने बताया कि दोनों ही ओर से तहरीर मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, उसके बाद ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोषी जो भी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।
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