यूपी: कर्मचारियों की पेंशन पर नहीं बनी बात, 25 से धरने देने की चेतावनी पर डीएम ने रद्द की छुट्टियां
छुट्टियां
लखनऊ। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कर्मचारियों और मुख्य सचिव के बीच लोकभवन में अहम बैठक हुई। करीब दो घंटे चली इस बैठक में कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कोई भी नतीजा नहीं निकला। इसके चलते पुरानी पेंशन बहाली मंच ने हड़ताल की घोषण कर की, लेकिन मुख्य सचिव ने 23 अक्टूबर एक बार इस विषय पर बात करने के लिए पुरानी पेंशन बहाली कर्मचारियों को बुलाया है। वहीं, अधिकारियों ने बिना सीएम से बात किए कोई आश्वासन देने से इंकार कर दिया है और हड़ताल से निपटने के लिए लखनऊ के डीएम कौशल राज शर्मा ने 25 से 27 अक्टूबर तक कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी है।
उत्तर प्रदेश में 25 अक्टूबर से कर्मचारी ने महाहड़ताल का ऐलान किया है। कर्मचारी अब पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है, इससे अफसरों के हाथ पैर फूले हुए है। बता दें कि दो घंटे से अधिक समय तक चली इस बैठक में पेंशन डायरेक्टर सहित सरकार के आला अफसर बैठक में हुए शामिल रहे। इसके अलावा अपर मुख्य सचिव नियुक्ति और कार्मिक भी मौजूद रहे।
बता दें कि सोमवार को प्रादेशिक विकास सेवा संघ और प्रादेशिक निबंधन सेवा संघ ने भी हड़ताल को अपना समर्थन दे दिया है। दरअसल, सोमवार को पुरानी पेंशन बहाली मंच के प्रतिनिधियों और मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय के बीच सोमवार को करीब दो घंटे तक बातचीत हुई लेकिन कोई हल नहीं निकला। वहीं, कर्मचारियों का कहना है कि पेंशन हमारे वेतन का एक हिस्सा है, कोई खैरात नहीं है, इसमें सेंध नहीं लगाने देंगे। कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य सचिव से बात करने के लिए रवाना हो चुका है। कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के आवास की ओर कूच करने की रणनीति बनाई है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया है।
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर कई कर्मचारी संगठन लगाताक प्रदर्शन कर रहे है। अभी हाल ही में राजधानी लखनऊ के इको गार्डन में हजारों की संख्या में कर्मचारियों ने महारैली की थी। कर्मचारियों का कहना है था कि सरकार पेंशन का पैसा जमा नहीं कर रही है। नई पेंशन व्यवस्था में कर्मचारियों का पैसा काटा जा रहा है, जबकि सरकार को भी दस प्रतिशत देना था। सचिवालय और पुलिस विभाग भी समर्थन कर रहा है।