पेटीएम की कैशबैक स्कीम में धांधली का पर्दाफाश, STF ने इस तरह से पकड़े चोर
लखनऊ। भारतीय ई-कॉर्मस पेमेंट सिस्टम और डिजिटल वॉलेट कंपनी पेटीएम की कैशबैक स्कीम में करोड़ों रुपए के वारे-न्यारे हुए। इस बात का खुलासा उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने किया है। एसटीएफ ने पेटीएम की कैशबैक स्कीम में होने वाली धांधली का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें पेटीएम कर्मियों भी शामिल है।
दरअसल, डिजिटल रूप से करोड़ों रुपए की फर्जी ट्रांजैक्शन दिखाकर ग्राहकों को मिलने वाले 10% कैशबैक में घोटाला किया जा रहा था। एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि पेटीएम कैश बैक और विभिन्न कंपनियों द्वारा दिया जा रहे कैश बैक के डिजिटल डेटा में गड़बड़ी कर ग्राहकों को चुना लगाया जा रहा है। लखनऊ स्थित वैल्यू प्लस स्टोर के महानगर और विकासनगर के शोरूमों में यह घोटाला किया जा रहा था जिसकी जांच कर यूपी एसटीएफ की लखनऊ टीम ने साइबर विंग के जरिए इस बात का खुलासा किया।
एसटीएप ने विनोद कुमार पुत्र कल्याण सिंह, विक्की अस्थाना पुत्र संजय अस्थाना, मोहम्मद फिरोज पुत्र मो उमर और अखिलेश कुमार पुत्र स्व महेंद्रपाल को गिरफ्तार किया है। इस मामले में सभी अभियुक्तों के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471 और आईटी एक्ट 66 सी व 66डी के तहत साइबर क्राइम थाना लखनऊ में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।